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West UP: लोकसभा के 4 सीट को लेकर मोदी-शाह की बैठक, कैंडिडेट को लेकर हो सकती है चर्चा

West UP के 4 महत्वपूर्ण सीटों पर टिकटों को लेकर आखिरी फैसला मोदी-शाह के टेबल पर किया जाएगा। ये सीटें हैं मुरादाबाद, मेरठ, सहारनपुर और गाजियाबाद। जिनमें से दो सीट मुरादाबाद और सहारनपुर पर साल 2019 के चुनाव में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है।

By: Desk Team  RNI News Network
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West UP: लोकसभा के 4 सीट को लेकर मोदी-शाह की बैठक, कैंडिडेट को लेकर हो सकती है चर्चा

West UP के 4 महत्वपूर्ण सीटों पर टिकटों को लेकर आखिरी फैसला मोदी-शाह के टेबल पर किया जाएगा। ये सीटें हैं मुरादाबाद, मेरठ, सहारनपुर और गाजियाबाद। जिनमें से दो सीट मुरादाबाद और सहारनपुर पर साल 2019 के चुनाव में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है।

बता दें कि वेस्ट यूपी में आने वाली 14 सीटों में से 10 सीटों पर NDA की ओर से प्रत्याशी उतारे जा चुके हैं। जिनमें से 8 प्रत्याशी भाजपा के और 2 कैंडिडेट एनडीए में आए रालोद ने उतारे हैं। वहीं जातीय समीकरणों को देखें तो वेस्ट यूपी में एनडीए के 10 प्रत्याशियों में से 7 OBC से हैं। जबकि 1 ब्राह्मण और वहीं रिजर्व सीटों पर 2 दलित को उम्मीदवार बनाया है। 7 ओबीसी कैंडिडेट में से 3 गुर्जर बिरादरी से आते हैं।

अकेले भाजपा के 8 प्रत्याशियों में से 5 OBC, 1 ब्राह्मण और 2 दलित समाज से आते हैं। जबकि RLD ने अपने हिस्से की बागपत सीट से जाट को और बिजनौर सीट से गुर्जर प्रत्याशी को मैदान में भेजा है। RLD के टिकटों से वेस्ट यूपी में भाजपा का जातीय समीकरण थोड़ा ऊपर-नीचे हो गया है। ऐसे में जातीय समीकरण साधने के लिए भाजपा नए सिरे से प्लानिंग में जुटी है।

रालोद द्वारा जाट और गुर्जर प्रत्याशियों को मैदान में उतारने से समीकरण में गड़बड़

West UP में 2019 लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 3 जाट प्रत्याशियों को मैदान में उतारा था। इनमें बिजनौर, मुजफ्फरनगर और बागपत सीटें थीं। जिनमें बिजनौर से कुंवर भारतेंदु सिंह, मुजफ्फरनगर से डॉ. संजीव बालियान और बागपत से सत्यपाल सिंह मलिक को भाजपा की ओर से मैदान में उतरने के लिए ग्रीन सिग्नल दिया था।

लेकिन 2024 में इन 3 सीटों में से 2 सीटें गठबंधन में रालोद को चली गई है। इसलिए भाजपा के 2 जाट प्रत्याशी वेस्ट में कम हुए हैं। इस कमी को पूरा करने के लिए पार्टी ने जाट बिरादरी से आने वाले मोहित बेनीवाल को MLC बना दिया है। रालोद ने भाजपा की इन 2 जाट सीटों में से एक पर गुर्जर और दूसरे पर जाट प्रत्याशी खड़ा किया है।

भाजपा ने इसलिए भी इन 4 सीट पर प्रत्याशी होल्ड किए हैं, क्योंकि माना जा रहा है कि रालोद कोटे की 2 सीट बिजनौर और बागपत पर घोषित प्रत्याशियों से पार्टी का जातीय समीकरण गड़बड़ाया है। बचे हुए कैंडिडेट के जरिए इसको साधने का प्रयास किया जाएगा।

ठाकुर-वैश्य कैंडिडेट पर फोकस, 1 ब्राम्हण भी दौड़ में

वेस्ट यूपी में NDA की 10 सीटों पर गुर्जर, सैनी, जाट, लोधी, दलित और ब्राह्मण कैंडिडेट एडजस्ट हो चुके हैं। अब जातीय समीकरणों को साधने के लिए बची हुई 4 सीट पर ठाकुर और वैश्य को एडजस्ट करना चाहेगी। भाजपा संगठन के सोर्स के मुताबिक, इन सीटों पर भाजपा हारना नहीं चाहती है, इसलिए इन सीटों पर टिकट मोदी-शाह के संकेत पर ही तय होंगे।

पारंपरिक टिकट बंटवारे को देखे तो मुरादाबाद और गाजियाबाद सीट पर ठाकुर, मेरठ सीट पर वैश्य और सहारनपुर सीट पर ब्राह्मण प्रत्याशी मुफीद माने जाते हैं, लेकिन इसमें बदलाव भी हो सकता है।

10 सीटों में से 1 भी महिला नहीं, मुरादाबाद से घोषणा होने का अनुमान

NDA ने अभी तक जो 10 टिकट घोषित किए हैं, उनमें एक भी महिला प्रत्याशी नहीं है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि बाकी बची 4 सीटों में से कम से कम 1 सीट पर भाजपा महिला प्रत्याशी को घोषित कर सकती है। मुरादाबाद सीट पर महिला प्रत्याशी उतारे जाने की प्रबल संभावना है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि भाजपा के प्रदेश नेतृत्व ने भी मुरादाबाद से महिला प्रत्याशी को लड़ाने की सिफारिश की है। इस रेस में मुरादाबाद की जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. शैफाली सिंह का नाम सबसे आगे माना जा रहा है।

अब वो 10 सीट, जिन पर भाजपा-रालोद प्रत्याशी उतार चुके हैं…

7 ओबीसी, 2 एससी और 1 ब्राह्मण उतारे

अभी तक वेस्ट यूपी में भाजपा ने अपने 8 और रालोद ने दो प्रत्याशी घोषित किए हैं। वेस्ट यूपी में NDA प्रत्याशियों की बात की जाए तो इसमें सर्वाधिक संख्या OBC की है। 10 घोषित प्रत्याशियों में से 7 ओबीसी हैं। इनमें भी 3 प्रत्याशी गुर्जर हैं। जबकि 2 आरक्षित सीट नगीना और बुलंदशहर पर SC कैटेगरी के प्रत्याशी हैं। गौतमबुद्ध नगर सीट पर डॉ. महेश शर्मा ब्राह्मण कैंडिडेट हैं।

अमरोहा, कैराना, बिजनौर सीटों पर गुर्जर कैंडिडेट

भाजपा ने अमरोहा से कंवर सिंह तंवर और कैराना से प्रदीप चौधरी को कैंडिडेट बनाया है। ये दोनों ही गुर्जर बिरादरी से आते हैं। इसके अलावा रालोद ने भी बिजनौर से गुर्जर प्रत्याशी चंदन चौहान को टिकट दिया है। इस तरह वेस्ट यूपी की आस-पास की 3 सीटों पर गुर्जर प्रत्याशी होने से वेस्ट में एनडीए का जातीय समीकरण गड़बड़ाया है।

बाकी बचे OBC प्रत्याशी की बात करें तो संभल से परमेश्वर लाल सैनी, रामपुर से घनश्याम सिंह लोधी और मुजफ्फरनगर से डॉ. संजीव बालियान को मैदान में उतारा गया है। भाजपा ने वेस्ट यूपी की 2 आरक्षित सीटों में से बुलंदशहर से भोला सिंह और नगीना से ओम कुमार को टिकट दिया है। 2 ब्राह्मण चेहरों को भी टिकट दिया गया है। गौतमबुद्धनगर से डॉ. महेश शर्मा को भाजपा ने प्रत्याशी बनाया है। वहीं NDA का हिस्सा बनी रालोद ने बागपत से OBC जाट प्रत्याशी राजकुमार सांगवान को प्रत्याशी बनाया है।

इन 4 सीटों पर थी पर्यवेक्षकों की एडवर्स रिपोर्ट

भाजपा के सूत्रों का कहना है कि वेस्ट यूपी की जिन 4 सीटों पर टिकट होल्ड किया गया है। उन पर पूर्व प्रत्याशियों को लेकर पार्टी पर्यवेक्षकों की एडवर्स रिपोर्ट थी। इसी के आधार पर गाजियाबाद से जनरल वीके सिंह, मेरठ से राजेंद्र अग्रवाल, मुरादाबाद से कुंवर सर्वेश सिंह और सहारनपुर से राघव लखनपाल का टिकट होल्ड किया गया है। इनमें जनरल वीके सिंह और राजेंद्र अग्रवाल सिटिंग सांसद हैं, जबकि बाकी 2 प्रत्याशी 2019 में चुनाव हार गए थे।

सहारनपुर में राघव लखनपाल और सुरेश राणा रेस में

पार्टी सूत्रों का कहना है कि सहारनपुर सीट पर भाजपा के टिकट के लिए 2019 के प्रत्याशी राघव लखनपाल और पूर्व मंत्री सुरेश राणा के बीच रेस है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि अगर सहारनपुर से सुरेश राणा का टिकट हुआ तो मुरादाबाद और गाजियाबाद में से एक ही सीट पर ठाकुर प्रत्याशी घोषित किया जाएगा।

मुरादाबाद के लिए शैफाली और जफर इस्लाम के नाम भेजे

मुरादाबाद सीट पर पूर्व सांसद कुंवर सर्वेश सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. शैफाली सिंह और भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. जफर इस्लाम में रेस है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि प्रदेश नेतृत्व की ओर से शैफाली और जफर इस्लाम के नाम केंद्र को भेजे गए हैं। 74 साल के सर्वेश तो उम्र के पैमाने पर पिछड़े हैं। इसके साथ ही वो संगठन के विरोधी भी माने जाते हैं। प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और सर्वेश के बीच पुराने रिश्ते भी अच्छे नहीं रहे हैं। हालांकि मुख्यमंत्री से नजदीकी के चलते वो रेस में बने हुए हैं।

मेरठ और गाजियाबाद में रिपीट हो सकते हैं टिकट

मेरठ और गाजियाबाद में राजेंद्र अग्रवाल और जनरल वीके सिंह का टिकट रिपीट हो सकता है। पार्टी के एक सीनियर लीडर का कहना है कि बाकी बची 4 सीटों में से किसी एक पर भी पार्टी जातीय समीकरण को छेड़ती है तो उसे चारों सीटों पर उलट-फेर करनी पड़ेगी। इसलिए पार्टी मेरठ में राजेंद्र अग्रवाल और गाजियाबाद में जनरल वीके सिंह को फिर से उतार सकती है। अगर प्रत्याशी बदले भी तो नए प्रत्याशी इन्हीं बिरादरियों से होंगे।

10 में से ये हैं 7 OBC कैंडिडेट

संभल सीट पर परमेश्वर लाल सैनी, रामपुर सीट पर घनश्याम लोधी, अमरोहा सीट पर कंवर सिंह तंवर (गुर्जर), बिजनौर पर चंदन चौहान (गुर्जर), कैराना प्रदीप चौधरी (गुर्जर), मुजफ्फरनगर सीट पर डॉ. संजीव बालियान(जाट), बागपत सीट पर राजकुमार सांगवान (जाट) को एनडीए ने प्रत्याशी बनाया है।

नगीना-बुलंदशहर में दलित, नोएडा में ब्राह्मण प्रत्याशी

नगीना से भाजपा ने नहटौर के विधायक ओम कुमार और बुलंदशहर से भोला सिंह को उम्मीदवार बनाया है। ये दोनों सीटें आरक्षित हैं, ऐसे में यहां दलित प्रत्याशी उतारना सभी पार्टियों की मजबूरी है। भाजपा ने गौतमबुद्धनगर सीट पर वेस्ट यूपी से इकलौते ब्राह्मण चेहरे डॉ. महेश शर्मा को प्रत्याशी बनाया है।

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