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धर्म की नगरी काशी में जल्द दौड़ेगी वाटर टैक्सी, यूपी को CM योगी की सौगात

जल्द ही उत्तर प्रदेश के वाराणसी में तीर्थयात्रियों के लिए विश्वनाथ धाम की यात्रा करना आसान हो जाएगा क्योंकि 2023 की गर्मियों तक एक नई जल टैक्सी परियोजना शुरू होने वाली है।

By: Ruchi Upadhyay  RNI News Network
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धर्म की नगरी काशी में जल्द दौड़ेगी वाटर टैक्सी, यूपी को CM योगी की सौगात

Varanasi news: वाराणसी आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को अगले महीने से ही वाटर टैक्सी की सुविधा मिलने लगेगी। गंगा के किनारे श्री काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के माध्यम से असी और नमोघाट के बीच दो जल टैक्सी संचालित की जाएंगी। इस सेवा के शुरू होने के बाद गंगा के रास्ते बाबा विश्वनाथ के दरबार जाने का रास्ता आसान होगा, सूत्रों ने बताया कि गुजरात के भावनगर से जल टैक्सियाँ वाराणसी के लिए रवाना हो रही हैं। 10 सुविधा वाली नावों में से पाँच जल शव वाहन के रूप में, तीन जल एम्बुलेंस के रूप में और दो जल टैक्सी के रूप में संचालित होंगी। वाटर टैक्सी से श्री काशी विश्वनाथ धाम में दर्शन एवं गंगा नदी में पर्यटन की सुविधा उपलब्ध होगी। वहीं शहर के बाहर गंगा किनारे से मणिकर्णिका व हरिश्चंद्र घाट पर अंतिम संस्कार के लिए शव लाने में आसानी होगी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा इसका संचालन 15 जून को होगा। वॉटर टैक्सी(Water Taxi) के संचालन की जिम्मेदारी परिवहन निगम को दी जा रही है। यह टैक्सी रामनगर से शुरू होकर रविदास घाट, अस्सी घाट, हरिश्चंद्र घाट, दशाश्वमेध, ललिता घाट, मणिकर्णिका घाट होते हुए नमो घाट तक की यात्रा कराएगी। आपको बता दें कि 10 वाटर टैक्सी मंगाई जा चुकी हैं। इस व्यवस्था से शहर में जाम की समस्या कम होगी। पर्यटक या श्रद्धालू वाटर टैक्सी के जरिये अलग-अलग घाट और उससे क्षेत्रों में पहुंच सकेंगे।

वाटर टैक्सी से सफर मिनटों में होगा तय
एक जल टैक्सी या एक जल बस एक जलयान है जिसका उपयोग सार्वजनिक या निजी परिवहन प्रदान करने के लिए किया जाता है। काशी में पूरी साल भारी संख्या में श्रद्धालु घूमने के लिए जाते हैं, जिसके चलते बनारस की सड़कों पर कई बार लंबा जाम देखने को मिलता है। स्थानीय लोग लंबे समय से इस समस्या से परेशान थे, क्योंकि लोगों का कीमती समय घंटों जाम में फसे रहने के कारण बर्बाद होता था. वॉटर टैक्सी चलने से लोगों को इस समस्या ने निजात मिल जाएगा. जानकारी के मुताबिक बीते 25 अप्रैल को गुजरात के भावनगर से वाराणसी के लिए नावों को रवाना कर दिया गया है. शिप रीसाइक्लिंग इंडस्ट्रीज एसोसिएशन-इंडिया और गुजरात शिप ब्रेकर्स अर्थक्वेक रिलीफ ट्रस्ट द्वारा नावों को भेजा गया है.

कम किराए में सफर होगा तय
वाटर टैक्सी के शुरू होने से बाबा श्री काशी विश्वनाथ धाम आने वाले श्रद्धालुओं को कभी सहुलित होगी। जैसे कि पहले श्रद्धालु बनारस के अन्य घाटों से नाव के जरिए भी गंग द्वार होते हुए बाबा विश्वनाथ धाम तक जाते थे लेकिन इसके लिए उन्हें मोटी रकम चुकानी होती है. लेकिन वाटर टैक्सी की सेवा शुरू होने के बाद कम किराए पर श्रद्धालु बाबा धाम जाएंगे. श्रद्धालु घाटों का दीदार करते हुए आसानी बाबा विश्वनाथ के धाम पहुंच पाएंगे। तो वही आसानी से वाटर टैक्सी के माध्यम से मां गंगा की होने वाली विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती का दीदार करने के लिए आसानी से दशाश्वमेध घाट पहुंच जाएंगे। यही नही पर्यटकों की सबसे पसंदीदा अस्सी घाट पर भी पर्यटकों को पहुंचने में चंद मिनट लगेंगे। मौजूदा समय में इन घाटों पर पहुंचने में शहर के जाम से जूझते हुए श्रद्धालु और पर्यटकों को घंटो लग जाते है।

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