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Lakhimpur kheri : जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने किया सुहेली नदी का निरीक्षण

Lakhimpur kheri : लखीमपुर खीरी में जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने सुहैली नदी के पुनर्जीवन का निरीक्षण किया और इस प्रयास से क्षेत्र में सकारात्मक बदलावों की पुष्टि की। मंत्री ने जल, जंगल और जमीन के संतुलन बनाए रखने पर जोर देते हुए अधिकारियों को नदी संरक्षण, कटान नियंत्रण और बाढ़ प्रबंधन के लिए सख्त निर्देश दिए। उन्होंने स्थानीय लोगों से भी पर्यावरण संरक्षण में सहयोग की अपील की और सरकार की प्रतिबद्धता जताई कि जल संसाधनों के सतत विकास के लिए निरंतर काम किया जाएगा।

By: Desk Team  RNI News Network
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Lakhimpur kheri : जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने किया सुहेली नदी का निरीक्षण

जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने हाल ही में लखीमपुर खीरी के निघासन तहसील क्षेत्र में स्थित सुहैली नदी का निरीक्षण किया, जहां उन्होंने नदी के पुनर्जीवन और क्षेत्रीय विकास पर जोर दिया। इस निरीक्षण के दौरान मंत्री ने बताया कि सुहैली नदी के पुनर्जीवन से न केवल जल स्रोतों में सुधार हुआ है, बल्कि इससे स्थानीय पर्यावरण और कृषि के क्षेत्र में भी सकारात्मक बदलाव आ रहा है। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण को लेकर एक खास मंत्र दिया – “एक खेत पर मेड़, मेड़ पर पेड़,” जो जल, जंगल और जमीन के संतुलन को बनाए रखने का मार्गदर्शन करता है।

स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि जल संसाधनों का संरक्षण और सही प्रबंधन ग्रामीण विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने किसानों और स्थानीय प्रशासन को नदी के किनारे पेड़ लगाने, कटान रोकने तथा जल संरक्षण के उपायों को लागू करने के लिए प्रेरित किया। इसके साथ ही उन्होंने जोर दिया कि जल, जंगल और जमीन के बीच सामंजस्य बनाए रखने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हैं, ताकि प्राकृतिक संसाधनों का संतुलित उपयोग हो सके और पर्यावरण भी सुरक्षित रहे।

निर्देशों के अनुसार, मंत्री ने निघासन के लठोआ गांव में नदी के किनारे कटान जैसी समस्याओं को नियंत्रित करने के लिए चल रही परियोजनाओं का निरीक्षण किया। विधायक शशांक वर्मा ने इस अवसर पर बताया कि कटान रोकने और नदी किनारे स्थिरता बनाए रखने के लिए कई योजनाएं चल रही हैं, जिनका असर अब साफ दिखने लगा है। उन्होंने कहा कि ये परियोजनाएं न केवल प्राकृतिक आपदाओं को कम करने में मदद कर रही हैं, बल्कि स्थानीय किसानों की भूमि की सुरक्षा भी सुनिश्चित कर रही हैं।

निरीक्षण के बाद, जल शक्ति मंत्री ने शारदा नगर में सिंचाई विभाग और बाढ़ नियंत्रण खंड के अधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें उन्होंने नदी संरक्षण, जल प्रबंधन, और बाढ़ नियंत्रण के लिए आवश्यक कदम उठाने के दिशा निर्देश दिए। मंत्री ने कहा कि नदी की साफ-सफाई, कटान पर नियंत्रण, और जल संरक्षण संबंधी कार्यों को और तेज करने की जरूरत है ताकि क्षेत्र में जल संकट की समस्या से बचा जा सके।

उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे नदी संरक्षण की योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करें और किसानों तथा स्थानीय समुदायों के साथ संवाद बढ़ाएं ताकि जल संरक्षण की महत्ता को समझा जा सके। इसके अलावा मंत्री ने कहा कि सरकार जल संरक्षण के साथ-साथ सिंचाई व्यवस्था को बेहतर बनाने पर भी विशेष ध्यान दे रही है ताकि किसानों को पर्याप्त जल उपलब्ध हो सके और कृषि उत्पादन में सुधार हो।

स्वतंत्र देव सिंह ने इस अवसर पर कहा कि नदी संरक्षण केवल पर्यावरण की सुरक्षा नहीं बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने का भी माध्यम है। उन्होंने ग्रामीण इलाकों में जल स्रोतों के संरक्षण को प्राथमिकता देने के साथ ही स्थानीय युवाओं को पर्यावरण संरक्षण की दिशा में जागरूक करने की भी बात कही।

नदी पुनर्जीवन परियोजनाओं से संबंधित इस निरीक्षण यात्रा का उद्देश्य क्षेत्र के जल संसाधनों का सही प्रबंधन सुनिश्चित करना, कटान जैसी समस्याओं को खत्म करना और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना था। यह पहल न केवल स्थानीय जल स्रोतों को पुनर्जीवित करेगी बल्कि लखीमपुर खीरी क्षेत्र में किसानों और ग्रामीणों के जीवन स्तर में भी सुधार लाएगी।

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