उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में नए कृतिमान स्थापित किए हैं। लेकिन, भ्रष्ट अधिकारियों और जिम्मेदार शिक्षकों की लापरवाही के चलते प्रदेश के कई स्कूल बदहाली और दुर्दशा की मार झेल रहे हैं। ताजा मामला कुशीनगर जनपद के गौजहि माधोपुर का है, जहां ग्रामीणों ने शिक्षा की गिरती गुणवत्ता और शिक्षकों की लापरवाही को लेकर जबरदस्त धरना प्रदर्शन किया।
यूपी की बात की टीम ने जब विद्यालय का रियलिटी चेक किया तो पाया कि भवन जर्जर और मानक के विपरीत है। विद्यालय में सात अध्यापकों की तैनाती है, लेकिन मात्र दो ही अध्यापक पढ़ाने आते हैं। इसी परिसर में आंगनबाड़ी केंद्र भी है, लेकिन ग्रामीणों के अनुसार आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कभी आती ही नहीं है।
गौरतलब है कि बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने ‘स्कूल चलो अभियान’ के तहत करोड़ों रुपए की धनराशि आवंटित की थी, लेकिन विद्यालय की स्थिति देखकर साफ है कि यह पैसा भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। यहां शुद्ध पेयजल की व्यवस्था नहीं है, शौचालय पूरी तरह से जर्जर हैं और विद्यालय परिसर में गंदगी का अंबार लगा हुआ है।