वाराणसी के हरहुआ ब्लॉक की ग्राम सभा मुर्दहा धरमलपुर में ग्रामीणों ने खराब सड़क के हालात के विरोध में अनोखा प्रदर्शन किया। गांव की मुख्य सड़क दशकों से बेहाल स्थिति में है, बावजूद इसके कागज़ों में विकास का दावा किया जाता रहा है। सड़क पर लगातार जलजमाव और गड्ढों के कारण गांव के सैकड़ों लोग रोजाना आने-जाने में परेशानी झेलते हैं। वहीं, जलजमाव से गंदगी फैलने और मच्छरों के बढ़ने के कारण कई लोग डेंगू, मलेरिया और अन्य बुखार जैसी बीमारियों से पीड़ित हैं। स्कूल जाने वाले बच्चों को भी रोजाना कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, और आए दिन दुर्घटनाओं की घटनाएं होती रहती हैं।
ग्रामीणों ने कई बार अपने स्थानीय जनप्रतिनिधियों से शिकायत की, और यहां तक कि मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज करवाई, लेकिन उन्हें केवल आश्वासन ही मिला, कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। विरोध प्रदर्शनी के दौरान गांव वालों ने सड़क पर धान की रोपाई कर यह संदेश दिया कि वे विकास की दावों और प्रशासनिक उदासीनता से निराश हैं। ग्रामीणों ने बताया कि प्रधान से शिकायत करने पर कहा गया कि बजट नहीं आया है, बजट आने के बाद ही सड़क का निर्माण संभव होगा।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी समस्याओं को नजरअंदाज किया गया तो वे स्वयं चंदा इकट्ठा कर सड़क निर्माण का काम कराएंगे। यह प्रदर्शन स्थानीय प्रशासन और सरकार के सामने एक सख्त संदेश है कि गांव की मूलभूत जरूरतों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
इस विरोध प्रदर्शनी ने साफ कर दिया कि ग्रामीण केवल आश्वासन से संतुष्ट नहीं हैं, बल्कि वे अपने हक के लिए सक्रिय रूप से आवाज उठाने को तैयार हैं। सड़क की बदहाल स्थिति ने न केवल गांव के लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी प्रभावित की है, बल्कि स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए भी गंभीर खतरा पैदा किया है। ग्रामीणों का यह कदम प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के लिए चेतावनी भी है कि विकास के दावों के साथ-ground-level पर कार्य भी होना चाहिए।