जालौन जिले के कोंच ब्लॉक के लौना गांव के पास एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। एक ट्रैक्टर-ट्रॉली इंटरलॉकिंग की ईंटें भरकर कोंच से कमसेरा की ओर जा रही थी। ट्रॉली में काफी मात्रा में ईंटें लदी थीं और सड़क पर सामान्य यातायात चल रहा था। जैसे ही यह ट्रॉली लौना गांव के पास पहुंची, अचानक ट्रॉली की बैरिंग टूट गई। बैरिंग टूटते ही ट्रॉली का संतुलन बिगड़ गया और देखते ही देखते ट्रॉली सड़क पर पलट गई।
ट्रॉली के पलटने से सड़क पर इंटरलॉकिंग की ईंटें बिखर गईं, जिससे कुछ समय के लिए सड़क पर यातायात बाधित हो गया। हालांकि, इस दौरान ट्रैक्टर चालक ने अपनी सूझबूझ और समझदारी का परिचय देते हुए ट्रैक्टर को संभाल लिया, वरना ट्रैक्टर भी ट्रॉली के साथ पलट सकता था और बड़ी दुर्घटना हो सकती थी। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि अचानक एक तेज आवाज आई, जब उन्होंने देखा तो पूरी ट्रॉली सड़क पर पलटी हुई थी और चारों तरफ ईंटें बिखरी थीं।
घटना की सूचना मिलते ही आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंच गए। सभी ने मिलकर न केवल ट्रॉली को सीधा किया बल्कि सड़क पर बिखरी ईंटों को किनारे किया ताकि वाहनों का आवागमन फिर से सुचारू रूप से शुरू हो सके। लगभग आधे घंटे के भीतर सड़क को साफ कर दिया गया। ड्राइवर की सूझबूझ और ग्रामीणों की तत्परता से कोई जनहानि नहीं हुई, जिससे लोगों ने राहत की सांस ली।
घटना की जानकारी पुलिस को भी दी गई है। पुलिस ने मौके का निरीक्षण कर भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए ट्रैक्टर-ट्रॉली की नियमित जांच करने की सलाह दी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार ओवरलोडिंग या पुरानी ट्रॉली के इस्तेमाल से ऐसी घटनाएं घटती हैं, इसलिए प्रशासन को इस पर ध्यान देना चाहिए।
गनीमत यह रही कि हादसे के वक्त सड़क पर कोई अन्य वाहन या राहगीर नहीं था। अगर उस समय कोई गुजर रहा होता तो यह मामूली तकनीकी खराबी एक बड़ी दुर्घटना का रूप ले सकती थी। फिलहाल, हादसे में किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। इस घटना ने एक बार फिर यह संदेश दिया है कि सड़क पर थोड़ी सी लापरवाही भी बड़े हादसे को जन्म दे सकती है, इसलिए वाहन मालिकों को अपने वाहनों की समय-समय पर जांच करानी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसे हादसों से बचा जा सके।