नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण कार्य में तेजी लाने के लिए नोएडा प्राधिकरण लगातार वित्तीय सहयोग प्रदान कर रहा है। उम्मीद है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही इस एयरपोर्ट का उद्घाटन कर सकते हैं। परियोजना के तीव्र विकास को देखते हुए प्राधिकरण ने अब तक कुल 4822 करोड़ 29 लाख 55 हजार 918 रुपए जारी किए हैं। इसका पूरा विवरण नोएडा प्राधिकरण बोर्ड की बैठक में प्रस्तुत किया गया।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड में प्राधिकरण की 37.5% हिस्सेदारी है, जिसके अनुसार परियोजना के विभिन्न चरणों में बड़े पैमाने पर निधि आवंटित की जा रही है। इसी क्रम में एयरपोर्ट से जुड़े सहायक मार्गों के निर्माण तथा वीआईपी निकासी मार्ग के लिए 11 केवी पावरलाइन के विस्थापन पर आने वाले खर्च से संबंधित 35.31 लाख रुपए में से 13.24 लाख रुपए का भुगतान 4 नवंबर को किया गया।
एयरपोर्ट के विस्तार कार्य को आगे बढ़ाते हुए स्टेज-2 के फेज-2 और फेज-3 में कुल 14 गांवों की जमीन अधिग्रहण की जा रही है। यह क्षेत्रफल 1888 हेक्टेयर से अधिक है। इन गांवों की जमीन के अधिग्रहण के लिए कुल 8691 करोड़ 19 लाख रुपए की आवश्यकता है। एग्रीमेंट के अनुसार प्राधिकरण को इसमें से 37.5 प्रतिशत यानी 3259 करोड़ 20 लाख रुपए का भुगतान करना है। यह ब्योरा भी बोर्ड बैठक में रखा गया।

Deadline for commercial operation of airport under construction in Jewar extended by 7 months
वित्तीय वर्ष 2024-25 में जमीन अधिग्रहण के लिए 1315.68 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी गई है। इस स्वीकृत राशि में से पहले फेज के लिए 600 करोड़ रुपए जारी कर दिए गए हैं। यह भुगतान प्राधिकरण द्वारा कर दिया गया है, जिससे अधिग्रहण प्रक्रिया को गति मिली है।
पिछले नौ वर्षों में विभिन्न वित्तीय वर्षों के दौरान प्राधिकरण द्वारा एयरपोर्ट निर्माण के लिए निम्नलिखित रकम जारी की गई-
2017-18: 330 करोड़
2018-19: 739 करोड़ 50 लाख
2019-20: 3 करोड़ 75 लाख
2020-21: 568 करोड़ 3 लाख
2021-22: 187 करोड़ 5 लाख
2022-23: 1361 करोड़ 20 लाख
2023-24: 340 करोड़ 33 लाख
2024-25: 842 करोड़ 37 लाख
2025-26: 600 करोड़ 17 लाख
इन सभी भुगतानों को मिलाकर प्राधिकरण का कुल योगदान 4822 करोड़ से अधिक हो चुका है।
नोएडा प्राधिकरण का कहना है कि यह राशि एयरपोर्ट परियोजना को समयबद्ध तरीके से पूरा करने और भूमि अधिग्रहण सहित अन्य आधारभूत विकास कार्यों को गति देने के लिए आवश्यक है। निर्माण कार्य युद्धस्तर पर जारी है और सरकार एयरपोर्ट को जल्द से जल्द संचालन योग्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।