Agra : आगरा में 47 साल बाद यमुना नदी ने तबाही मचाई है। ताजमहल के पीछे का पार्क डूब गया और पानी बाउंड्री तक पहुँच गया। 25 कॉलोनियां, 40 गाँव प्रभावित हुए और 50,000 से अधिक लोग राहत शिविरों में शिफ्ट किए गए।
Agra : आगरा में 47 साल बाद यमुना नदी ने तबाही मचाई है। ताजमहल के पीछे का पार्क डूब गया और पानी बाउंड्री तक पहुँच गया। 25 कॉलोनियां, 40 गाँव प्रभावित हुए और 50,000 से अधिक लोग राहत शिविरों में शिफ्ट किए गए।
UP : उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बाढ़ से हालात बेहद गंभीर हैं, लाखों लोग प्रभावित और हजारों गांव जलमग्न हो गए हैं।आगरा, मथुरा, वृंदावन, कानपुर, फर्रुखाबाद और इटावा सबसे ज्यादा प्रभावित हैं, जहां लोग छतों और राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं।एनडीआरएफ और प्रशासन लगातार बचाव कार्य कर रहे हैं, लेकिन भोजन, चिकित्सा और सुविधाओं की भारी कमी बनी हुई है।
Firozabad : फिरोजाबाद में यमुना नदी में खराब स्टीमर पर फंसे 25 ग्रामीणों को पांच घंटे की मशक्कत के बाद सुरक्षित बचा लिया गया।ग्रामीणों की सूझबूझ और प्रशासन की तत्परता से बड़ा हादसा टल गया।प्रशासन ने लोगों से नदी के तेज बहाव में नाव या स्टीमर से सफर न करने की अपील की है।
Mathura : मथुरा में यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुँचकर बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न कर दी है, जिससे लगभग 6,300 लोग प्रभावित हुए हैं। प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य तेज कर दिए हैं, नावों और राहत शिविरों के माध्यम से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया जा रहा है। अधिकारियों ने अफवाहों से बचने और प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की अपील की है।
Aligarh : अलीगढ़ के टप्पल क्षेत्र में यमुना नदी उफान पर आने से महाराजगढ़ समेत दर्जनभर गांव जलमग्न हो गए हैं।हजारों बीघा फसल डूबने से किसानों को भारी नुकसान हुआ और लोग नावों से सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं।प्रशासन ने रेड अलर्ट जारी कर राहत व बचाव कार्य तेज कर दिए हैं, एनडीआरएफ टीमें लगातार रेस्क्यू अभियान चला रही हैं।
Mathura : मथुरा में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुँच गया है और कई इलाके बाढ़ की चपेट में हैं। प्रशासन ने वृंदावन परिक्रमा मार्ग को रोक दिया और स्कूल-कॉलेज चार सितंबर तक बंद किए। प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने और बचाव कार्य जारी हैं।
Mathura : यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण मथुरा और वृंदावन के निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। जिलाधिकारी चंद्र प्रकाश सिंह और स्थानीय प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर सुरक्षा और राहत कार्यों के निर्देश दिए हैं। विधायक ने भी ग्रामीणों की समस्याओं को सुनते हुए सड़कों के निर्माण और सतत निगरानी का आश्वासन दिया।
Fatehpur : फतेहपुर जिले में यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 2.8 मीटर ऊपर बह रहा है, जिससे सैकड़ों गांव, सड़कें और हजारों बीघा फसल जलमग्न हो गई है। प्रशासन ने ललौली इंटर कॉलेज में राहत शिविर स्थापित कर विस्थापित लोगों को आश्रय और आवश्यक सहायता प्रदान की है। जिलाधिकारी और पुलिस अधिकारी राहत एवं बचाव कार्यों का संचालन कर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे
Hamirpur : हमीरपुर जिले में यमुना और बेतवा नदियों के उफान से भारी बाढ़ आई है, जिससे घर, खेत और जीवन बर्बाद हो गया है। जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने बाढ़ राहत शिविर का निरीक्षण कर पीड़ितों को राहत सामग्री वितरित की और प्रशासन को मदद तेज़ करने के निर्देश दिए। जलस्तर में थोड़ी कमी के बाद राहत मिली है, लेकिन प्रशासन सतर्कता बनाए रखे।
नोएडा के सेक्टर 142 के पास खादर में बनाई गई अवैध पार्किंग भी बाढ़ से डूब गई है। इसी पार्किंग में यह सैकड़ों गाड़िया खड़ी हुई थी।