न्यू नोएडा में अक्टूबर 2024 में जारी अधिसूचना के बाद किए गए सभी निर्माण अवैध माने जाएंगे। यह क्षेत्र 209.11 वर्ग किलोमीटर में फैला होगा, जिसमें 80 गांव शामिल किए जाएंगे।
न्यू नोएडा में अक्टूबर 2024 में जारी अधिसूचना के बाद किए गए सभी निर्माण अवैध माने जाएंगे। यह क्षेत्र 209.11 वर्ग किलोमीटर में फैला होगा, जिसमें 80 गांव शामिल किए जाएंगे।
प्रदेश के विकास को गति देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार ने महाकुम्भ में त्रिवेणी तट पर कैबिनेट बैठक करके विभिन्न महत्वपूर्ण परियोजनाओं को मंजूरी दी है।
ग्रेटर नोएडा का धनौरी वेटलैंड इन दिनों विदेशी पक्षियों के अस्थायी बसेरे के रूप में उभर कर सामने आया है। नवंबर से फरवरी तक चलने वाले इस प्रवासी मौसम में रूस, मंगोलिया, आइसलैंड, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड और यूरोप जैसे देशों से 30 से अधिक प्रजातियों के पक्षी यहाँ आये हैं।
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन शुरू हो चुका है, जो 26 फरवरी तक चलेगा। इस पावन अवसर पर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने अपने रडार इमेजिंग उपग्रह से कुछ अनोखी तस्वीरें भेजी हैं।
नोएडा प्राधिकरण के स्पोर्ट्स सिटी और ग्रुप हाउसिंग मामलों में नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) द्वारा लगाई गई आपत्तियों पर सोमवार को लखनऊ में लोक लेखा समिति (PAC) की बैठक हुई।
प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ 2025 में नारी सशक्तिकरण का एक नया अध्याय लिखा जाएगा। इस महाकुंभ में मातृ शक्ति ने अखाड़ों से जुड़ने में विशेष रुचि दिखाई है।
भले ही उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बार-बार फैक्ट्रियों और कारखानों के दूषित पानी को लेकर कार्यवाही की बड़ी-बड़ी बातें कहीं जाती हो लेकिन धरातल पर यह बातें सिर्फ हवाई रह जाती है।
प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ के दौरान 1800 से अधिक साधुओं को नागा साधु बनाया जाएगा। इस प्रक्रिया की शुरुआत जूना अखाड़े में धर्मध्वजा के नीचे आज से हो रही है। इसके साथ ही निरंजनी और महानिर्वाणी अखाड़ों में भी यह विशेष संस्कार संपन्न किए जाएंगे।
पंजाब, हरियाणा और दिल्ली चैंबर ऑफ कॉमर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में 60 फीसद से अधिक घेरलू यात्राएं धार्मिक स्थलों की होती हैं। धार्मिक पर्यटन आर्थिक उन्नति और सांस्कृतिक आदान-प्रदान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
प्रयागराज महाकुम्भ में आस्था का जन सैलाब उमड़ रहा है। पौष पूर्णिमा और मकर संक्रांति के स्नान पर्व पर पुण्य की डुबकी लगाने के लिए करोड़ों की संख्या में लोग महाकुम्भ क्षेत्र में आए, उसमें बहुत से लोग मोबाइल डिस्चार्च होने की वजह से कनेक्टिविटी का लाभ नहीं ले सके।
9 विद्यालयों में 9 विधाओं में छह सौ से अधिक स्कूली बच्चे प्रशिक्षण ले रहे हैं। संस्कृति विभाग व कॉलेजों के संयुक्त तत्वावधान में चल रहा प्रशिक्षण सभी विद्यालयों के प्रधानाचार्यों की देखरेख में संपन्न हो रहा है। 22 जनवरी तक चलने वाले प्रशिक्षण के उपरांत इन बच्चों को महाकुम्भ से जुड़े सांस्कृतिक मंचों पर अपनी कला दिखाने का अवसर प्राप्त होगा।
प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान (DJJS) ने एक अनोखी पहल करते हुए आध्यात्मिकता और पर्यावरण संरक्षण को साथ जोड़ा है। संस्थान ने संगम के तट पर पूरी तरह इको-फ्रेंडली पंडाल का निर्माण किया है।
वाराणसी में गंगा नदी में चलने वाली नावों के किराए को सोमवार को तय कर दिया गया। अस्सी घाट से नमो घाट तक आने-जाने का किराया एक व्यक्ति के लिए 345 रुपये निर्धारित किया गया है।
महाकुंभ नगर, जिसे मंदिरों और घाटों की नगरी कहा जाता है, में सनातनी आस्था का अनोखा स्वरूप देखने को मिला। त्रिवेणी घाट पर आयोजित गंगा आरती ने भक्ति और आस्था का ऐसा माहौल रचा कि हर कोई उसमें खो गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीर्थराज प्रयागराज में आयोजित हो रहे महाकुम्भ को एकता का महाकुम्भ करार दिया है। पीएम मोदी और सीएम योगी के इस कथन को सोशल मीडिया में भी खूब सराहा जा रहा है।