Mahakumbh 2025 :दुनिया का पहला आयोजन जहां 60 करोड़ से अधिक सनातनी बने सबसे बड़े आयोजन के गवाह, महाकुम्भ में अब तक 60 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने फहराई सनातन की धर्म ध्वजा,
Mahakumbh 2025 :दुनिया का पहला आयोजन जहां 60 करोड़ से अधिक सनातनी बने सबसे बड़े आयोजन के गवाह, महाकुम्भ में अब तक 60 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने फहराई सनातन की धर्म ध्वजा,
Maha Kumbh 2025 : प्रयागराज नगर निगम ने पिछले दो वर्षों में कई ऑक्सीजन बैंक स्थापित करने के लिए जापानी मियावाकी तकनीक का उपयोग किया है, जो अब हरे-भरे जंगलों में बदल गए हैं। इन प्रयासों से न केवल हरियाली बढ़ी है, बल्कि वायु की गुणवत्ता में भी सुधार हुआ है, जो पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
महाकुम्भ में नेत्र परीक्षण का बनेगा वर्ल्ड रिकॉर्ड, योगी सरकार ने 5 लाख से ज्यादा मरीजों की जांच का रखा लक्ष्य, 3 लाख से अधिक चश्मों का होगा वितरण
महाकुम्भ 2025 में निर्मल गंगा के संकल्प को साकार कर रहा नमामि गंगे मिशन, आध्यात्मिकता के महापर्व महाकुम्भ को स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण का आदर्श प्रतीक बनाने की दिशा में व्यापक योजनाओं को किया लागू
महाकुंभ 2025 की तैयारियां तेज गति से चल रही हैं। अब तक 4 हजार से ज्यादा संस्थाओं को भूमि आवंटन का कार्य पूरा किया जा चुका है, जबकि शेष संस्थाओं का भूमि आवंटन 31 दिसंबर तक पूरा करने का लक्ष्य है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुम्भ की तैयारियों की समीक्षा करते हुए सुरक्षा, यातायात व्यवस्था, स्वच्छता और अन्य सुविधाओं के लिए कई अहम निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज महाकुंभ मेला 2025 की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए प्रयागराज दौरे पर हैं। सीएम योगी इस महीने चौथी बार प्रयागराज पहुंचेंगे।
सीएम योगी के प्रयासों से उत्साहित नाविक और मल्लाह। प्रयागराज की पहचान पूरी दुनिया में त्रिवेणी संगम से है और संगम की विशेष पहचान यहां तैरती नावों से जुड़ी है।
महाकुंभ 2025 की तैयारियाँ अंतिम चरण में हैं और इस बार यह महाकुंभ डिजिटल रूप में भी दिव्य और भव्य होगा।
महाकुंभ मेले में अखाड़ों की विशिष्ट परंपराएं अत्यंत महत्व रखती हैं। इनमें पेशवाई और शाही स्नान की परंपरा का श्रेय महानिर्वाणी अखाड़े के नागा संन्यासियों को जाता है।
महाकुम्भ 2025 में निर्वाणी अखाड़ा विशेष महत्व रखता है, जहाँ साधुओं के चार प्रमुख विभाग होते हैं: हरद्वारी, वसंतिया, उज्जैनिया और सागरिया। वैष्णव संप्रदाय के तहत निर्वाणी अखाड़ा सांस्कृतिक और भक्ति के संरक्षण में सबसे अग्रणी माना जाता है।
उत्तर प्रदेश में अब 75 जिले नहीं, बल्कि 76 जिले होंगे। बता दें कि, राज्य सरकार ने महाकुंभ मेले की बेहतर व्यवस्था के लिए प्रयागराज में एक नया जिला बनाने का ऐलान किया है।
प्रयागराज में होने जा रहा महाकुंभ मेला दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन है। इस आयोजन में पूरे दुनिया से करोड़ों श्रद्धालु बढ़-चढ़ कर भाग लेते हैं। ऐसे में दिल्ली में यूपी की योगी सरकार ने विशेष रूप से महाकुंभ कॉन्क्लेव की योजना बनाई है।