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उत्तर प्रदेश में मैनुफैक्चर होने वाले मेडिकल डिवाइसेस के एक्सपोर्ट को बढ़ावा देने के लिए विस्तृत कार्ययोजना तैयार की है। इस कार्ययोजना के अनुसार, लॉजिस्टिक्स, उत्तम कनेक्टिविटी, मेडिकल डिवाइस व फार्मास्यूटिकल पार्कों की स्थापना के लिए विभिन्न प्राधिकरणों में लैंड बैंक एक्सेसिबिलिटी समेत विभिन्न प्रक्रियाओं को पूरा किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सिंचाई विभाग के कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने संतोष व्यक्त करते हुए कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी परियोजनाओं को समय से पूरा किया जाए। इसके साथ ही उन्होंने कार्यों की गुणवत्ता पर भी जोर देते हुए कहा कि विकास कार्यों में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
दशकों तक उपेक्षा का दंश झेल चुके बुंदेलखंड को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने और यहां समृद्धि की राह प्रशस्त करने में जुटे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस क्षेत्र को सूखा मुक्त करने के अपने संकल्प के साथ तेजी से आगे बढ़ रहे हैं।
जिस गोरखपुर मंडल में इलाज और चिकित्सा शिक्षा के लिए एकमात्र मेडिकल कॉलेज था, बीते सात साल में योगी सरकार ने उसे हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर और मेडिकल एजुकेशन का हब बना दिया है। इस मंडल में इस साल एमबीबीएस की 300 नई सीटों पर दाखिला शुरू होने जा रहा है। इसके साथ ही गोरखपुर मंडल में एमबीबीएस की 675 सीटों पर पढ़ाई शुरू हो जाएगी।
सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश आज रेवेन्यू सरप्लस स्टेट बन चुका है और अपनी ज्यादातर आवश्यकताओं की पूर्ति खुद करने में सक्षम हो चुका है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 5 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी के संकल्प को पूरा करने और प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाने के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए 12 हजार 209 करोड़, 93 लाख रुपए का अनुपूरक बजट लाया गया
उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य महकमें में ताबड़तोड़ तबादले किए गए हैं। गुरुवार को 8 सीएमओ समेत 15 चिकित्सा अधिकारियों के ट्रांसफर किए गये हैं। गाजियाबाद, प्रतापगढ़, कौशांबी, आजमगढ़, बागपत, महराजगंज और सहारनपुर के मुख्य चिकित्साधिकारी हटाए गए हैं।