हाल ही में हुए बड़े वित्तीय घोटाले में एक वरिष्ठ लिपिक ने सॉफ्टवेयर में हेरफेर कर अलग-अलग बैंक खातों में करोड़ों रुपये फर्जी तरीके से ट्रांसफर कर दिए थे। इस घटना के बाद सरकार ने NIC’s सॉफ्टवेयर को नए सिरे से विकसित करने का फैसला किया है।
हाल ही में हुए बड़े वित्तीय घोटाले में एक वरिष्ठ लिपिक ने सॉफ्टवेयर में हेरफेर कर अलग-अलग बैंक खातों में करोड़ों रुपये फर्जी तरीके से ट्रांसफर कर दिए थे। इस घटना के बाद सरकार ने NIC’s सॉफ्टवेयर को नए सिरे से विकसित करने का फैसला किया है।