आज का समय ऐतिहासिक चेतना के पुनर्जागरण का काल है। संविधान के 75 गौरवपूर्ण वर्ष, सरदार वल्लभभाई पटेल एवं भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती, गुरु तेग बहादुर जी के 350वें बलिदान वर्ष तथा वंदे मातरम् की 150 वर्षों की गौरवगाथा राष्ट्र-चेतना को नई ऊर्जा प्रदान कर रही है।
