उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में सड़क चौड़ीकरण का काम अब विवादों में घिर गया है। बरौसा से 84 आश्रम तक सड़क चौड़ीकरण का ठेका सिद्धार्थ इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड को मिला है। कंपनी की डायरेक्टर शशि सिंह ने सदर विधायक राज प्रसाद उपाध्याय और उनके समर्थकों पर 25 लाख रुपये की रंगदारी मांगने का गंभीर आरोप लगाया है।
शशि सिंह का कहना है कि 16 अगस्त को जैसे ही साइट पर काम शुरू हुआ, विधायक अपने समर्थकों के साथ करीब 10 गाड़ियों में पहुंचे। आरोप है कि वहां कर्मचारियों से गाली-गलौज की गई, ट्रक ड्राइवर की पिटाई हुई और कंपनी मैनेजर का मोबाइल छीन लिया गया। इतना ही नहीं, साइट पर रखे डेढ़ लाख रुपये भी उठा लिए गए। शशि सिंह का दावा है कि इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो उनके पास मौजूद है और उन्होंने मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगाई है।
दूसरी ओर, विधायक राज प्रसाद उपाध्याय ने इन आरोपों को पूरी तरह खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि वे केवल सड़क की गुणवत्ता की जांच करने पहुंचे थे। उनके मुताबिक ठेकेदार जल्दबाजी में नियमों के विपरीत गड्ढा खोदकर काम करवा रहा था, जबकि प्रक्रिया के अनुसार पहले रोलिंग होनी चाहिए। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि “आप लोग जानते हैं मैं कितना मांगने वाला हूं,” और ठेकेदारों पर अनियमितता का आरोप लगाया।
हालांकि, पीडब्ल्यूडी के एक्सीक्यूटिव इंजीनियर अरुण कुमार ने विधायक की बात को ही गलत ठहरा दिया। उनका कहना है कि सड़क निर्माण का काम अभी शुरू ही नहीं हुआ है, इसलिए गुणवत्ता जांच का सवाल ही नहीं उठता। विभाग को इस घटना की कोई आधिकारिक शिकायत भी नहीं मिली है।