फिरोजाबाद जिले के थाना नगला सिंघी क्षेत्र में यमुना नदी में बड़ा हादसा टल गया। रसूलाबाद और रामगढ़ के करीब 25 ग्रामीण, जिनमें महिलाएं और आठ बच्चे भी शामिल थे, खेतों में धनिया और चारा लेने के लिए स्टीमर से नदी पार कर रहे थे। वापसी के दौरान रामगढ़ जय श्री बाबा आश्रम के पास स्टीमर अचानक खराब हो गया और बीच धारा में फंस गया। ग्रामीणों ने बताया कि स्टीमर के इंजन में लकड़ी फंस जाने के कारण यह बंद हो गया और बबूल के डूबे पेड़ों के पास अटक गया। खतरे को देखते हुए ग्रामीणों ने सूझबूझ दिखाते हुए स्टीमर को पेड़ों की शाखाओं से बांध दिया, जिससे वह तेज धारा में बहने से बच गया।
घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासन हरकत में आया। एसएसपी सौरभ दीक्षित, एसपी सिटी रविशंकर प्रसाद, सीओ अमरीश कुमार, तहसीलदार राखी शर्मा सहित नगला सिंघी और टूंडला थाने की पुलिस तुरंत मौके पर पहुंच गई। साथ ही गोताखोरों की टीम को भी बचाव कार्य में लगाया गया। स्थानीय ग्रामीणों रमेश चंद्र, पवन, प्रेमचंद्र, गौरव, धीरेंद्र और सुनील कुमार ने भी हिम्मत दिखाते हुए सात ट्यूब लेकर मदद की। उनकी कोशिशों से लकड़ी को रस्सी के सहारे इंजन से निकाला गया।
करीब पांच घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद शाम साढ़े छह बजे सभी 25 ग्रामीणों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। दोपहर करीब ढाई बजे शुरू हुआ यह बचाव अभियान लगातार चलता रहा। प्रशासन ने राहत की सांस लेते हुए लोगों से अपील की है कि यमुना के तेज बहाव और बढ़ते जलस्तर को देखते हुए नाव या स्टीमर से नदी पार करने का जोखिम न उठाएं। यह घटना ग्रामीणों के साहस और प्रशासन की तत्परता का उदाहरण बन गई।