श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में आज प्रतिष्ठा द्वादशी के पावन अवसर पर रामलला का भव्य अभिषेक वैदिक विधि-विधान के साथ संपन्न होगा। इसी तिथि को श्रीरामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की गई थी, इसलिए यह दिन धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से विशेष महत्व रखता है। इस ऐतिहासिक अनुष्ठान में राजनाथ सिंह और योगी आदित्यनाथ सहभागिता करेंगे।
प्रतिष्ठा द्वादशी के अवसर पर रामलला का अभिषेक वैदिक मंत्रोच्चार के बीच किया जाएगा। इस दौरान यज्ञ, हवन और पूजन की सभी पारंपरिक विधियां संपन्न होंगी। अनुष्ठान में संत-महात्मा, धर्माचार्य और बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होकर इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बनेंगे। रामनगरी में भक्ति और उल्लास का वातावरण व्याप्त है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सुबह लगभग 11 बजे अयोध्या पहुंचेंगे और करीब चार घंटे तक श्रीराम जन्मभूमि मंदिर परिसर में रहकर विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लेंगे। वे परकोटा क्षेत्र में स्थित अन्नपूर्णा मंदिर के शिखर पर ध्वजारोहण भी करेंगे। इसके साथ ही वे मंदिर निर्माण से जुड़े चल रहे कार्यों का अवलोकन करेंगे। अनुष्ठान के उपरांत रक्षा मंत्री अंगद टीला परिसर में आयोजित समारोह को संबोधित करेंगे और दोपहर लगभग 3:20 बजे अयोध्या से प्रस्थान करेंगे।
रक्षा मंत्री के आगमन और प्रतिष्ठा द्वादशी के आयोजन को देखते हुए अयोध्या में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर परिसर और आसपास के क्षेत्रों में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए दर्शन व्यवस्था और आवागमन को सुचारू रखने के विशेष प्रबंध किए गए हैं।
श्रीरामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की दूसरी वर्षगांठ के अवसर पर चल रहे पाटोत्सव के अंतर्गत अयोध्या पूरी तरह राममय वातावरण में डूबी हुई है। भजन-कीर्तन, रामकथा और “जय श्रीराम” के जयघोष से धर्मनगरी में उत्सव का उल्लास चरम पर है। यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था, बल्कि सांस्कृतिक चेतना और राष्ट्रीय गौरव का भी प्रतीक बन गया है।