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बिना मान्यता प्राप्त संचालित हो रहा स्कूल, बच्चों के भविष्य से खिलवाड़

स्कूल में सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं है। बच्चों को छोटे-छोटे कमरे में बैठाया जाता है। जहां न तो हवा आती है और न ही रोशनी।

By: Satyam Dubey  RNI News Network
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बिना मान्यता प्राप्त संचालित हो रहा स्कूल, बच्चों के भविष्य से खिलवाड़

यूपी के सिद्धार्थनगर से बच्चों से खिलावाड़ का एक ऐसा मामला सामने आया है, जिससे हर कोई हैरान हो गया है। शिक्षा विभाग की बदहाली की खबर आती ही रहती है। यहां जगह जगह प्राइवेट विद्यालयों की भरमार भी हो गई है। जो बिना मान्यता के तो संचालित हो ही रहे हैं, इसके साथ ही धड़ल्ले से मनमाने फीस की भी वसूली कर रहे हैं। हैरानी तो इस बात की है कि बच्चों को अपने फर्जी स्कूल में प्रवेश दे रहे हैं।

यह मामला सिद्धार्थनगर जिले के विकास खंड भनवापुर के बड़हरा विशुनपुर गांव का है। जहां एक स्कूल ज्ञानोदय पब्लिक स्कूल के नाम से दो साल से संचालित हो रहा है। ताज्जुब इस बात की यह है कि सड़क किनारे बच्चे शिक्षा लेते हैं, लेकिन आज तक किसी जिम्मेदार की नजर नहीं पड़ी। इस विद्यालय में फर्नीचर शुल्क, विद्युत शुल्क के साथ व्यवसाय शुल्क जैसे 8 और शुल्क जमा कराया जाता है।

स्कूल में सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं है। बच्चों को छोटे-छोटे कमरे में बैठाया जाता है। जहां न तो हवा आती है और न ही रोशनी। विद्यालय के इस हालात पर जब बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेंद्र कुमार पांडेय से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि आपके माध्यम से जानकारी हुई है। जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि अगर उनकी मान्यता नहीं है तो एक लाख रूपये अर्थदंड लगाया जायेगा। उन्होंने यह भी कहा कि इसके बाद भी विद्यालय संचालक नहीं माने तो प्रतिदिन दस हजार रुपये जुर्माना लगाने का प्राविधान है।

उन्होंने इस बात की भी जानकारी दी कि अभी दो महीने पहले बिना मान्यता प्राप्त 8 स्कूलों पर एक-एक लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है। उन्होंने बताया कि एक रिपोर्ट अभी आई है, जिसपर जुर्माना लगाउंगा। उन्होंने कहा कि जो स्कूल बिना मान्यता प्राप्त चल रहे हैं, उनपर एक लाख जुर्माना लगाया जाता है। उन्होंने अभिभावकों से भी आग्रह किया है कि उनको भी इस बात का ध्यान रखना चाहिए बिना मान्यता प्राप्त विद्यालय में एडमिशन नहीं कराना चाहिए।

सिद्धार्थनगर से संवाददाता ब्रिजेश पांडेय की रिपोर्ट।

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