उत्तर प्रदेश अब रक्षा क्षेत्र में वैश्विक निवेश का केंद्र बनने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रहा है। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह के नेतृत्व में एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने ग्रीस के एथेंस में आयोजित डिफेंस एग्जीबिशन में भाग लिया। यह एग्जीबिशन 6 मई को आरंभ हुआ और 8 मई तक चलेगा। इस अंतरराष्ट्रीय आयोजन में 35 देशों की सहभागिता रही, जहां अत्याधुनिक रक्षा तकनीकों का प्रदर्शन किया गया।
ग्रीस में भारत के राजदूत रुद्रेंद्र टंडन और यूपी के मुख्य सचिव ने मिलकर इंडिया पैवेलियन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर यूपी डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर को वैश्विक मंच पर अपनी क्षमताओं और अवसरों को प्रस्तुत करने का मौका मिला। एग्जीबिशन के दौरान यूपी प्रतिनिधिमंडल ने कई महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय बैठकों और गोलमेज सम्मेलनों में हिस्सा लिया।
इस प्रदर्शनी के दौरान ग्रीस और अर्मेनिया सरकारों के प्रतिनिधियों ने भारत और खासकर उत्तर प्रदेश में रक्षा क्षेत्र में निवेश को लेकर गहरी रुचि जताई। विभिन्न सत्रों में भागीदारी, तकनीकी सहयोग और औद्योगिक विस्तार जैसे मुद्दों पर सकारात्मक चर्चा हुई। यूपी के रक्षा कॉरिडोर में वैश्विक भागीदारी के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
यूपी डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर की यह भागीदारी न सिर्फ राज्य के लिए नए निवेश के द्वार खोलती है, बल्कि भारत की आत्मनिर्भर रक्षा उत्पादन नीति को भी मजबूती देती है। अंतरराष्ट्रीय मंच पर यूपी की यह उपस्थिति यह सिद्ध करती है कि राज्य अब रक्षा निवेश और तकनीकी सहयोग का वैश्विक केंद्र बनने को तैयार है।
ग्रीस डिफेंस एग्जीबिशन में उत्तर प्रदेश की सक्रिय भागीदारी न केवल राज्य के लिए निवेश के नए अवसर लेकर आई है, बल्कि यह भारत की मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत पहल को अंतरराष्ट्रीय सहयोग से जोड़ने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। मुख्य सचिव की नेतृत्व में हुई इस भागीदारी ने साबित किया कि उत्तर प्रदेश अब रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में ग्लोबल प्लेयर बनने की राह पर है।