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Ayodhya: प्राण प्रतिष्ठा की दूसरी वर्षगांठ पर बोले CM योगी- “कुछ लोगों ने किया षड्यंत्र, सनातन से ऊपर कोई नहीं”

“पहले जय श्रीराम बोलने पर लाठी चलती थी। 2017 से पहले न यहां सुरक्षा थी, न बिजली-पानी की समुचित व्यवस्था। अयोध्या उपेक्षा और अव्यवस्था का शिकार थी।”

By: Abhinav Tiwari  RNI News Network
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Ayodhya: प्राण प्रतिष्ठा की दूसरी वर्षगांठ पर बोले CM योगी- “कुछ लोगों ने किया षड्यंत्र, सनातन से ऊपर कोई नहीं”

श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की दूसरी वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सनातन धर्म और अयोध्या की ऐतिहासिक भूमिका पर भावपूर्ण संबोधन दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सनातन की पताका लहराती रहेगी, सनातन से ऊपर कोई नहीं है।”

अयोध्या के साथ हुआ षड्यंत्र

सीएम योगी ने कहा कि अयोध्या वह पावन भूमि है, जहां कभी युद्ध नहीं हुआ, लेकिन कुछ लोगों ने अपने कट्टरवादी विचारों के चलते इसे संघर्ष की भूमि बनाने का षड्यंत्र रचा। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछली सरकारों के दौर में अयोध्या को लहूलुहान किया गया| मुख्यमंत्री ने कहा, पहले जय श्रीराम बोलने पर लाठी चलती थी। 2017 से पहले न यहां सुरक्षा थी, न बिजली-पानी की समुचित व्यवस्था। अयोध्या उपेक्षा और अव्यवस्था का शिकार थी।”

सनातन की शक्ति अडिग है

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जब स्वयं बजरंगबली अयोध्या की रक्षा कर रहे हों, तब कोई आतंकी या नकारात्मक शक्ति यहां प्रवेश नहीं कर सकती। उन्होंने तुलसीदास की पंक्तियों का उल्लेख करते हुए कहा कि भूत-पिशाच निकट नहीं आवे, महावीर जब नाम सुनावे।” उन्होंने कहा कि 1528 से लेकर 1992 तक रामभक्तों ने हर दौर में संघर्ष किया। गोली, लाठी और दमन की परवाह किए बिना वे अपने आराध्य के लिए डटे रहे। यही संघर्ष अंततः राम मंदिर निर्माण का आधार बना।

प्रधानमंत्री मोदी ने हटाया गुलामी का कलंक

सीएम योगी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व का उल्लेख करते हुए कहा कि जब प्रधानमंत्री अयोध्या आए और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हुई, तब अयोध्या से गुलामी का कलंक मिट गया। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी ने राम मंदिर के शिखर पर भगवा ध्वज फहराया, जो सनातन की विजय का प्रतीक है।

राजनाथ सिंह बोले- राम मंदिर आंदोलन विश्व का सबसे बड़ा आंदोलन

इस अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि राम मंदिर के लिए चला आंदोलन दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे लंबा सांस्कृतिक-आध्यात्मिक आंदोलन रहा है। यह आंदोलन आस्था, त्याग और संकल्प का अनुपम उदाहरण है। पूरी रामनगरी इस अवसर पर भक्तिमय वातावरण में डूबी रही। भजन-कीर्तन, जय श्रीराम के उद्घोष और श्रद्धालुओं की भारी उपस्थिति ने प्राण प्रतिष्ठा की दूसरी वर्षगांठ को ऐतिहासिक बना दिया।

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