तहसील दिवस के समापन के समय जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी के लौटने पर उनके वाहन के पास एक महिला अचानक जमीन में बैठ गई। यह दृश्य तहसील परिसर में मौजूद सभी अधिकारियों और आम लोगों के लिए हैरान करने वाला था। महिला ने आरोप लगाया कि पिछले सात महीनों से वह विभिन्न दफ्तरों का चक्कर लगा रही है, लेकिन उसकी शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही।
जिलाधिकारी ने तुरंत स्थिति का संज्ञान लिया और महिला की पूरी बात ध्यान से सुनी। महिला ने बताया कि उसके गांव में कुछ दबंगों ने नाली और पाइपलाइन पर अवैध निर्माण कर रखा है। कई बार शिकायत करने के बावजूद प्रशासनिक सुनवाई नहीं हुई, जिससे उसे न्याय नहीं मिल पा रहा।
महिला ने यहां तक कहा कि न्याय न मिलने पर वह चूहामार दवा लेकर डीएम के सामने तहसील समाधान दिवस में पहुंची। इस घटनाक्रम ने तहसील में मौजूद सभी लोगों के बीच हड़कंप मचा दिया। जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी ने तुरंत अधिकारियों को मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने के आदेश दिए। उन्होंने यह भी सुनिश्चित किया कि पीड़िता को न्याय मिले और भविष्य में इस तरह की शिकायतों को त्वरित रूप से निपटाया जाए।