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Ramnavami vishesh: रामनवमी पर रामलला के मस्तक पर सूर्य किरणों का अभिषेक, राम मंदिर निर्माण अंतिम चरण में

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण समिति की बैठक में शामिल होने के लिए समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र अयोध्या पहुंचे। उन्होंने जानकारी दी कि इस वर्ष भी रामनवमी के दिन(06/04/2025) ठीक 12:00 बजे सूर्य की किरणें रामलला के मस्तक का अभिषेक करेंगी।

By: Abhinav Tiwari  RNI News Network
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Ramnavami vishesh: रामनवमी पर रामलला के मस्तक पर सूर्य किरणों का अभिषेक, राम मंदिर निर्माण अंतिम चरण में

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण समिति की बैठक में शामिल होने के लिए समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र अयोध्या पहुंचे। उन्होंने जानकारी दी कि इस वर्ष भी रामनवमी के दिन(06/04/2025) ठीक 12:00 बजे सूर्य की किरणें रामलला के मस्तक का अभिषेक करेंगी। इसके लिए विशेष तैयारी शुरू कर दी गई है।

राम मंदिर निर्माण तेजी से जारी, चुनौतियां भी बरकरार

राम मंदिर निर्माण के लक्ष्य को पूरा करने के लिए निर्माण कार्य लगातार जारी है, लेकिन त्योहारों के दौरान निर्माण कार्य में चुनौतियां बढ़ जाती हैं।

  • महाकुंभ के बाद अब होली और रामनवमी के अवसर पर निर्माण कार्य बाधित हो सकता है, क्योंकि इस दौरान मजदूर अपने घर लौट जाते हैं।
  • इसके बावजूद, निर्माण समिति तेजी से कार्य को पूरा करने में जुटी है।

जयपुर से पहुंचेगी गोस्वामी तुलसीदास की मूर्ति

नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि आज जयपुर से गोस्वामी तुलसीदास जी की मूर्ति अयोध्या पहुंच जाएगी और इसकी स्थापना अगले दिन की जाएगी।

राम मंदिर निर्माण का वर्तमान स्थिति

1. राम मंदिर के शिखर का निर्माण

  • मंदिर के शिखर निर्माण की 18 कड़ियों में से 11 कड़ियां बनकर तैयार हो चुकी हैं।
  • बाकी 7 कड़ियों का निर्माण कार्य तेजी से जारी है।

2. पत्थरों की कुल मात्रा

मंदिर निर्माण में 4.50 लाख क्यूबिक पत्थर लगने हैं, जिसमें से अब केवल 20 हजार क्यूबिक पत्थर ही लगने बाकी हैं।

3. निर्माण पूरा होने की संभावित तिथि

  • 15 अप्रैल तक राम मंदिर का निर्माण कार्य पूरा होने की उम्मीद है।
  • मंदिर परिसर में लगने वाली सभी मूर्तियां 30 अप्रैल तक पहुंच जाएंगी।
  • 25 मार्च से 15 अप्रैल के बीच सप्त मंदिर, परकोटे और राम दरबार की सभी मूर्तियां स्थापित कर दी जाएंगी।
  • सप्त मंदिर के बीच बनने वाला जलाशय भी 3 महीनों में तैयार हो जाएगा।

राम मंदिर की भव्यता और ऐतिहासिक महत्व

राम मंदिर का निर्माण भारतीय वास्तुकला और आध्यात्मिक भव्यता का अनूठा उदाहरण बनने जा रहा है।

  • मंदिर का डिज़ाइन इस तरह तैयार किया गया है कि रामनवमी के दिन सूर्य की किरणें रामलला के मस्तक पर अभिषेक करें।
  • यह आयोजन हर वर्ष एक ऐतिहासिक और आध्यात्मिक क्षण के रूप में मनाया जाएगा।

रामनवमी(06 April 2025) के शुभ अवसर पर रामलला के मस्तक पर सूर्य की किरणों का अभिषेक एक दिव्य दृश्य होगा। राम मंदिर निर्माण अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है और 15 अप्रैल तक निर्माण कार्य पूरा होने की उम्मीद है। आगामी होली और रामनवमी जैसे त्योहारों के बावजूद निर्माण कार्य को तेजी से पूरा करने के प्रयास जारी हैं। अयोध्या के इस भव्य मंदिर का निर्माण भारत के सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर को नया आयाम देगा।

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