समग्र स्वास्थ्य और मानसिक कल्याण को प्रोत्साहित करने की दिशा में नोएडा प्राधिकरण ने एक सराहनीय पहल की। प्राधिकरण के सीईओ डॉ. लोकेश एम के नेतृत्व में आर्ट ऑफ लिविंग (श्री श्री रविशंकर कैंप) के सहयोग से एक विशेष ध्यान शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में अतिरिक्त मुख्य कार्यपालक अधिकारी कृष्णा करुणेश, वंदना त्रिपाठी और सतीश पाल सहित अनेक वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

तेज़ जीवनशैली में मानसिक दृढ़ता पर दिया गया जोर
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीईओ डॉ. लोकेश एम ने कहा कि आज की तेज़ रफ्तार और तनावपूर्ण जीवनशैली में मानसिक संतुलन बनाए रखना अत्यंत आवश्यक हो गया है। उन्होंने बताया कि ध्यान और माइंडफुलनेस केवल व्यक्तिगत शांति तक सीमित नहीं हैं, बल्कि कार्यक्षमता, एकाग्रता और सकारात्मक कार्यसंस्कृति के निर्माण में भी अहम भूमिका निभाते हैं। उनके अनुसार, ऐसी पहलें कर्मचारियों के समग्र विकास और स्वस्थ कार्य वातावरण के लिए बेहद उपयोगी सिद्ध होती हैं।
प्राणायाम और निर्देशित ध्यान रहा आकर्षण का केंद्र
शिविर के दौरान श्री श्री रविशंकर की टीम से आए प्रशिक्षकों ने प्रतिभागियों को व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया। सत्र में विशेष रूप से भस्त्रिका प्राणायाम पर ध्यान केंद्रित किया गया, जिसे शरीर में ऊर्जा के संचार और मानसिक तनाव को कम करने के लिए प्रभावी माना जाता है। इसके बाद निर्देशित ध्यान सत्र आयोजित हुआ, जिसमें प्रतिभागियों ने गहन विश्राम और आंतरिक शांति का अनुभव किया।

समग्र विकास की दिशा में सकारात्मक कदम
नोएडा प्राधिकरण की इस पहल को अधिकारियों और प्रतिभागियों ने सराहा। यह ध्यान शिविर न केवल मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने में सहायक रहा, बल्कि यह भी संदेश देता है कि प्रशासनिक संस्थानों में कार्यरत कर्मियों के लिए मानसिक संतुलन और आंतरिक शांति उतनी ही महत्वपूर्ण है जितनी शारीरिक दक्षता।
