नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी लोकेश एम. ने आज शहर के जनस्वास्थ्य, सिविल, जल और विद्युत विभाग से जुड़े कार्यों का मैदानी निरीक्षण किया। इस मौके पर अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी संजय खत्री, महाप्रबंधक (जल/विद्युत) आर.पी. सिंह, महाप्रबंधक (जनस्वास्थ्य) एस.पी. सिंह, उपमहाप्रबंधक विजय रावल सहित संबंधित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
निरीक्षण के दौरान CEO ने पाया कि सेक्टर-24 के मुख्य नाले में फ्लोटिंग मटेरियल बड़ी मात्रा में जमा था। उन्होंने इसे तत्काल साफ कर फोटो रिपोर्ट देने के निर्देश दिए।
सेक्टर-25A में खाली भूखंड पर कूड़ा और C&D वेस्ट डंप पाया गया, जिसकी सफाई 7 दिन में सुनिश्चित करने और भूखंड की तारबंदी के निर्देश दिए गए।
फोर्टिस अस्पताल के आसपास कई स्थानों पर सड़क, नाले और फुटपाथ को लेकर निर्देश दिए गए, जिनमें शामिल हैं:
सेक्टर-62 में खराब मोबाइल टॉयलेट, पॉलीथीन-कूड़े की भरमार, तथा लाइट पोल पर केबलों का जाल देखकर CEO ने नाराजगी जताई।
खोड़ा जाने वाले मार्ग पर गंदगी और फ्लोटिंग मटेरियल मिलने पर जनस्वास्थ्य प्रबंधक श्री उमेश त्यागी का एक माह का वेतन रोकने का आदेश दिया गया। वहीं, नाले की नियमित सफाई न करने पर मैसर्स औसान कंस्ट्रक्शन पर ₹50,000 का जुर्माना लगाया गया।
CEO लोकेश एम. के इस निरीक्षण से स्पष्ट है कि नोएडा प्राधिकरण अब सफाई, ट्रैफिक प्रबंधन, सौंदर्यीकरण और सार्वजनिक सुविधा सुधार को लेकर जीरो टॉलरेंस नीति अपना रहा है। आने वाले दिनों में नोएडा की सड़कें, नाले और जनसुविधाएं और अधिक व्यवस्थित और साफ-सुथरी होंगी।