नोएडा प्राधिकरण ने बकाया वसूली को लेकर तीन बड़े ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट्स पर सख्त कदम उठाते हुए उनका मामला राजस्व विभाग को सौंप दिया है। इन प्रोजेक्ट्स में महागुन रियल एस्टेट प्रा. लि. (सेक्टर-78) और प्रतीक रियल्टर्स प्रा. लि. सेक्टर-77 और सेक्टर-120 शामिल हैं। इन तीनों पर कुल ₹353.41 करोड़ का बकाया है।
प्राधिकरण द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, महागुन रियल एस्टेट प्रा. लि. को सेक्टर-78 में भूखण्ड संख्या GH-2 का आवंटन 18 अप्रैल 2010 को किया गया था। 18 मई 2010 को पट्टा प्रलेख निष्पादित कराते हुए कब्जा भी दिया गया। समय-समय पर नोटिस जारी करने और कोविड-19 के दौरान 25% भुगतान की सुविधा देने के बावजूद 31 अगस्त 2025 तक ₹116.96 करोड़ का भुगतान नहीं किया गया। इस पर 4 सितंबर 2025 को कलेक्टर, गौतम बुद्ध नगर को राजस्व वसूली की कार्रवाई के लिए पत्र भेजा गया।
दूसरा मामला प्रतीक रियल्टर्स प्रा. लि. का है, जिसे सेक्टर-77 में भूखण्ड संख्या GH-1 का आवंटन 31 मार्च 2010 को किया गया था। 26 मई 2010 को कब्जा सौंपने के बाद भी कंपनी ने बकाया भुगतान नहीं किया। नोटिस और कोविड-19 राहत के बावजूद 31 अगस्त 2025 तक ₹162.27 करोड़ का भुगतान लंबित है।
तीसरा मामला भी प्रतीक रियल्टर्स प्रा. लि. का है, जिसे सेक्टर-120 में भूखण्ड संख्या GH-1 का आवंटन 10 दिसंबर 2009 को किया गया था। 7 जनवरी 2010 को कब्जा मिलने के बाद भी कंपनी ने भुगतान नहीं किया। यहां 31 अगस्त 2025 तक ₹74.18 करोड़ का बकाया है।
नोएडा प्राधिकरण ने तीनों मामलों को भू-राजस्व की भांति वसूली के लिए राजस्व विभाग को भेजा है। अब कलेक्टर की ओर से RC जारी की जाएगी। यह कार्रवाई उन बिल्डरों के खिलाफ सख्त रुख को दर्शाती है, जिन्होंने समय पर भुगतान नहीं किया और खरीदारों के हितों की अनदेखी की।