नोएडा प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी संजय कुमार खत्री ने सोमवार को शहर के विभिन्न क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जनस्वास्थ्य विभाग की तैयारियों की सच्चाई सामने आई, जिसमें कई लापरवाहियों का खुलासा हुआ। निरीक्षण के दौरान एस पी सिंह, महाप्रबन्धक (जन स्वा०), गौरव बंसल, परियोजना अभियन्ता (जन स्वा०-1), उमेश चन्द्र, सहायक परियोजना अभियन्ता (जन स्वा०-1), अरूण कुमार, सहायक परियोजना अभियन्ता (जन स्वा०-1) उपस्थित रहें।
नोएडा सैक्टर-11 में मुख्य नालों की सफाई का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान नालों की सफाई का कार्य जगह-जगह छोड़कर किया जा रहा था। नालों की सफाई का कार्य संतोषजनक न पाये जाने के दृष्टिगत उमेश चन्द्र, सहायक परियोजना अभियन्ता का वेतन रोकने एवं स्पष्टीकरण मांगे जाने के निर्देश दिये गये।
उद्योग मार्ग, के निरीक्षण के दौरान विभिन्न स्थलों पर जगह-जगह गन्दगी, कूड़े के ढेर, ईट, इत्यादि पड़े हुए पाये गये। लिट्टी चोखा रोड पर निरीक्षण के दौरान विभिन्न स्थानों पर कूड़े के ढेर पाये गये, के०सी० ड्रेन में मिट्टी भरी पायी गयी, फुटपाथ पर घास उगी हुई पायी गयी, जिस पर गत कई दिनों से सफाई का कार्य नहीं कराया गया है। उक्त के अतिरिक्त सैक्टर-56 में निरीक्षण के दौरान भी साईकिल ट्रैक पर गंदगी पायी गयी। जिसके दृष्टिगत सम्बन्धित मैकेनिकल स्वीपिंग एजेन्सी मैसर्स लॉयन सर्विसिस लिमिटेड को कारण बताओ नोटिस जारी करने तथा रुपये 1.00 लाख का आर्थिक दण्ड अधिरोपित करने हेतु निर्देशित किया गया।
जोनल रोड नं0 6 एवं सैक्टर-62 के मुख्य मार्गों पर निरीक्षण के दौरान विभिन्न स्थलों पर ईट, पत्थर रोड़े, गन्दगी एवं घास जमी हुई पायी गयी तथा फोर्टिस हॉस्पिटल के सामने मामूरा टी-पाईंट पर अत्यधिक गन्दगी पायी गयी। जिसके दृष्टिगत सम्बन्धित एजेन्सी मैसर्स नॉर्थ इण्डिया डवलपर्स को कारण बताओ नोटिस जारी करने तथा आगामी 03 दिन में सम्पूर्ण जोनल रोड नं0 6 एवं अन्य मार्गों की सफाई कराये जाने हेतु निर्देशित किया गया।
सैक्टर-63 में मुख्य नालों की सफाई कार्यों का निरीक्षण किया गया। पूर्व वर्षों की भांति बरसात के मौसम में जलभराव की समस्या के दृष्टिगत नालों की सफाई अतिशीघ्र कराते हुए वर्षा ऋतु से पूर्व समाप्त किये जाने हेतु निर्देशित किया गया।
5. निरीक्षण के दौरान नालों की सफाई एवं सुपर सकर के माध्यम से चल रही कवर्ड नालों की सफाई का कार्य गुणवत्तापूर्वक अतिशीघ्र कराये जाने हेतु निर्देशित किया गया। जिससे की वर्षा ऋतु में शहर में जलभराव की समस्या उत्पन्न न हों।