शासकीय कार्यों में लगातार लापरवाही और उच्च अधिकारियों के निर्देशों की अनदेखी करने पर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम ने उद्यान विभाग के दो कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही एक लेखपाल को निलंबित किए जाने हेतु पत्र उत्तर प्रदेश राजस्व परिषद को भेजा गया है।
प्राधिकरण के अनुसार, अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी वंदना त्रिपाठी के कार्यालय में तैनात उद्यान कर्मी प्रमोद कुमार (कोड: 3526) और अनुरक्षक कुलदीप कुमार (कोड: 3623) लंबे समय से कार्यों में रुचि नहीं ले रहे थे। दोनों अक्सर बिना पूर्व सूचना के अनुपस्थित रहते थे और उच्चाधिकारियों के निर्देशों की लगातार अवहेलना कर रहे थे।
हालांकि उन्हें कई बार मौखिक चेतावनियाँ भी दी गईं, लेकिन उनके काम करने के तरीके में कोई सुधार नहीं देखा गया। इस कारण शासकीय कार्यों में बाधा उत्पन्न हो रही थी। इसी के चलते दोनों कर्मचारियों को निलंबित कर प्राधिकरण के कार्मिक विभाग से अटैच कर दिया गया है।
1 अगस्त 2024 को प्राधिकरण के सीईओ, जिलाधिकारी और अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने नोएडा के गांव हाजीपुर, सलारपुर खादर आदि क्षेत्रों का निरीक्षण किया था। उस समय अतिक्रमण हटाने और निर्माण सील करने के स्पष्ट निर्देश दिए गए थे। लेकिन हाल ही में जब इन गांवों का दोबारा निरीक्षण किया गया, तो पाया गया कि न तो सीलिंग हुई और न ही ध्वस्तीकरण।
इस लापरवाही के लिए लेखपाल विनय कुमार चौहान (कोड: 3734) की गंभीर शासकीय लापरवाही को जिम्मेदार माना गया। इस संबंध में प्राधिकरण ने उन्हें निलंबित करने के लिए राजस्व परिषद, उत्तर प्रदेश शासन को पत्र भेजा है।