सीतापुर जिले के हरगांव क्षेत्र के कोरिया उदयपुर गांव में बिजली विभाग की घोर लापरवाही सामने आई है। गांव में बीते 15 दिनों से बिजली नहीं थी, जिससे ग्रामीणों को भीषण गर्मी और अंधेरे में दिन बिताने को मजबूर होना पड़ा। शिकायतों के बावजूद जब कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो यूपी सरकार के कारागार राज्य मंत्री सुरेश राही ने खुद मामले में दखल दिया।
मंत्री सुरेश राही ने बिजली विभाग को कई बार खराब ट्रांसफार्मर बदलने के निर्देश दिए, लेकिन अधिकारियों ने उन्हें भी नजरअंदाज कर दिया। जब ग्रामीणों की परेशानी बढ़ गई और विभाग की अनदेखी जारी रही, तब मंत्री खुद गांव पहुंचे। उन्होंने अधिकारियों की मौजूदगी के बिना ही खराब ट्रांसफार्मर को उतरवाया और पावर हाउस भेजवाया।
इस दौरान मंत्री की अधिकारियों से फोन पर तीखी बहस का वीडियो भी वायरल हो गया है, जिसने विभागीय कार्यशैली की पोल खोल दी है। मंत्री ने सार्वजनिक रूप से विभाग की आलोचना करते हुए सवाल किया कि जब एक मंत्री की बात नहीं मानी जाती, तो आम जनता की शिकायतों पर क्या कार्रवाई होती होगी।
इस घटना ने न केवल प्रशासनिक संवेदनशीलता पर प्रश्नचिन्ह खड़े किए हैं, बल्कि सिस्टम में जवाबदेही की कमी को भी उजागर किया है। ग्रामीणों ने मंत्री के इस कदम की सराहना करते हुए कहा कि कम से कम उन्होंने आकर हमारी पीड़ा को समझा और समाधान की दिशा में ठोस कदम उठाया।