नोएडा मेट्रो रेल कार्पोरेशन (एनएमआरसी) की बोर्ड बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। बैठक में एनएमआरसी की वित्तीय ऑडिट रिपोर्ट प्रस्तुत की गई, साथ ही मेट्रो संचालन से होने वाली आय-व्यय का विस्तृत विवरण भी अधिकारियों के समक्ष रखा गया। बोर्ड ने मेट्रो की वित्तीय स्थिति को मजबूत करने और गैर-भाड़ा राजस्व बढ़ाने के लिए कई नई योजनाओं पर चर्चा की।
एनएमआरसी ने कियोस्क और वेंडिंग मशीनों के आवंटन के लिए नई संशोधित नीति जारी कर दी है। अब इनका आवंटन ‘पहले आओ, पहले पाओ’ के आधार पर किया जाएगा। संस्था ने संशोधित दरें अपनी वेबसाइट पर सार्वजनिक कर दी हैं। इस नई नीति में दिव्यांगजन, ट्रांसजेंडर, महिला गैर-सरकारी संगठन (NGO) और एकल महिला उद्यमियों को प्राथमिकता समूह मानते हुए विशेष रियायती दरें लागू की गई हैं।
एनएमआरसी के अनुसार:
बैंड-2: वेंडिंग मशीन 375 रुपए, कियोस्क 625 रुपए
बैंड-3: वेंडिंग मशीन 300 रुपए, कियोस्क 500 रुपए
बैंड-2: वेंडिंग मशीन 450 रुपए, कियोस्क 750 रुपए
बैंड-3: वेंडिंग मशीन 360 रुपए, कियोस्क 600 रुपए
यह रियायतें महिलाओं, ट्रांसजेंडर समुदाय और दिव्यांगजनों को आत्मनिर्भर बनाने तथा रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही हैं।
बैठक में एनएमआरसी के गैर-भाड़ा राजस्व बढ़ाने, किराये की नीतियों, स्टेशन स्पेस उपयोग और व्यापारिक गतिविधियों के विस्तार पर भी बात की गई। एनएमआरसी की कई पुरानी योजनाओं की समीक्षा की जाएगी, ताकि संगठन के लिए नए राजस्व स्रोत विकसित किए जा सकें।
वर्तमान में नोएडा मेट्रो (एक्वा लाइन) सेक्टर-51 से ग्रेटर नोएडा डिपो तक संचालित है। बोर्ड में तीन प्रस्तावित मेट्रो रूटों पर भी संक्षिप्त अपडेट दिया गया:
बोटेनिकल गार्डन से सेक्टर-142
ग्रेटर नोएडा डिपो से बोडाकी
सेक्टर-51 से नॉलेज पार्क-5
नोएडा-ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में मेट्रो सेवाओं के विस्तार को लेकर अगले चरणों की योजना पर भी चर्चा की गई।
बैठक में यह भी बताया गया कि वर्तमान में एक्वा लाइन पर प्रतिदिन 52 हजार से अधिक यात्री मेट्रो का उपयोग कर रहे हैं। बढ़ती यात्री संख्या को देखते हुए बोर्ड ने इस बात पर जोर दिया कि वित्तीय संसाधनों को बढ़ाने के लिए व्यावसायिक और तकनीकी नए विकल्पों पर काम किया जाए।