समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने घोषणा की है कि यदि उनकी सरकार बनती है तो लखनऊ के गोमती रिवरफ्रंट पर महाराणा प्रताप की देश की सबसे भव्य प्रतिमा लगाई जाएगी। इस प्रतिमा में महाराणा के हाथ में सोने की तलवार होगी। उन्होंने कहा कि भाजपा को यह भ्रम है कि महाराणा प्रताप सिर्फ उनके हैं, जबकि महापुरुष किसी दल के नहीं होते, वे पूरे समाज और राष्ट्र के होते हैं।
अखिलेश यादव ने महाराणा प्रताप की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा, “वह हमें त्याग, बलिदान और आत्मसम्मान की प्रेरणा देते हैं। राजनीति में किसी भी महापुरुष को बांटना दुर्भाग्यपूर्ण है।” उन्होंने सरकार से मांग की कि महाराणा प्रताप की जयंती पर दो दिन का राजकीय अवकाश घोषित किया जाना चाहिए, ताकि नई पीढ़ी को उनके योगदान के बारे में बेहतर जानकारी मिल सके।
भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव पर अखिलेश यादव ने कहा कि यह समय समझदारी और संयम का है। उन्होंने कहा, “हमें अपनी सेना पर गर्व है, और हमें उसकी वीरता में पूर्ण विश्वास है। लेकिन साथ ही, हमें सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही अफवाहों और फर्जी खबरों से बचना होगा।” उन्होंने सभी देशवासियों से अपील की कि वे किसी भी अपुष्ट खबर को न तो साझा करें और न ही उस पर भरोसा करें, क्योंकि यह दुश्मनों की साजिश हो सकती है।
सपा प्रमुख ने कहा कि भाजपा बार-बार इतिहास को तोड़-मरोड़ कर अपने एजेंडे के अनुसार महापुरुषों को प्रस्तुत करती है। उन्होंने स्पष्ट कहा, “महाराणा प्रताप न तो केवल राजपूतों के हैं, न ही किसी पार्टी के। वह हर भारतीय के गौरव का प्रतीक हैं।”
सरकारी नीतियों पर निशाना साधते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा रोजगार देने के बजाय जनता को मुद्दों से भटका रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि “जब देश तनाव में है, उस समय भी सरकार गुपचुप तरीके से एलओआई (Letter of Intent) जारी कर रही है, और वर्षों से चले आ रहे मेले और सांस्कृतिक आयोजनों को बंद किया जा रहा है।”