लखनऊ : प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से आज राजभवन में भारतीय रेल प्रबंधन सेवा-2022 बैच के प्रशिक्षु अधिकारियों तथा संस्थान के वरिष्ठ अधिकारियों ने भेंट की।इस अवसर पर राज्यपाल ने सभी प्रशिक्षु अधिकारियों का स्वागत करते हुए उन्हें भारतीय रेल के विशाल नेटवर्क, उसकी सामाजिक-आर्थिक भूमिका तथा जनता की सेवा में रेल कर्मियों की जिम्मेदारियों के प्रति सजग रहने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि भारतीय रेल देश की जीवन रेखा है और इसके संचालन में पारदर्शिता, समयबद्धता और जनता के प्रति संवेदनशीलता अत्यंत आवश्यक है।
राज्यपाल ने अधिकारियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में युवाओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का यह स्पष्ट विजन है कि “विकसित भारत की नींव हमारे युवाओं के कंधों पर है।” आप सभी अधिकारीगण इसी दिशा में कार्य करें। अपने ज्ञान, कौशल और ऊर्जा का उपयोग राष्ट्र निर्माण में करें।
उन्होंने कहा कि केवल प्रशासनिक कार्यों का निष्पादन ही नहीं, बल्कि समाज की जमीनी समस्याओं को समझकर उनके समाधान की दिशा में भी पहल करना एक सक्षम अधिकारी का कर्तव्य है। जनता के प्रति संवेदनशीलता, सेवा-भाव और ईमानदारी आपके कार्य की पहचान होनी चाहिए। उन्होंने प्रशिक्षुओं से आह्वान किया कि वे महिलाओं, बच्चों तथा वंचित वर्गों के कल्याण के लिए विशेष रूप से कार्य करें। जहां कहीं भी गलत कार्य होते दिखे, वहां हस्तक्षेप करें, सुधार के लिए प्रयास करें, और बिना किसी दबाव के सत्यनिष्ठा से कार्य करें।आप एक संकल्प लेकर अपने कार्यक्षेत्र में जाएं कि आप सकारात्मक बदलाव लाएंगे।
राज्यपाल ने कहा कि समस्याओं के दीर्घकालिक समाधान के लिए शोध एवं नवाचार की अत्यंत आवश्यकता होती है। सरकार भी विभिन्न क्षेत्रों में शोधकार्यों को बढ़ावा देने के लिए कार्य कर रही है। जब अधिकारी कमिटमेंट और दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ कार्य करेंगे, तो निश्चित रूप से सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे।
राज्यपाल ने लखनऊ स्थित ए.के.टी.यू. में रेल परिवहन की समस्याओं के समाधान हेतु बनाए गए एआई प्रोजेक्ट्स का उल्लेख करते हुए कहा कि वहाँ शोधार्थियों द्वारा कई उपयोगी समाधान प्रस्तुत किए गए हैं। उन्होंने स्वयं भी उन नवाचारों पर सुझाव दिए थे। ऐसे प्रयासों को रेलवे के स्तर पर गंभीरता से विचार में लेना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि जहाँ भी वे जाती हैं, वहाँ बच्चों और महिलाओं से संवाद अवश्य करती हैं, उनकी शिक्षा, स्वास्थ्य और मूलभूत आवश्यकताओं को समझती हैं।
भेंट के दौरान प्रशिक्षु अधिकारियों ने अपनी प्रशिक्षण यात्रा एवं अब तक के अनुभवों को साझा किया। उन्होंने राज्यपाल के प्रेरणादायी मार्गदर्शन के लिए आभार व्यक्त करते हुए यह आश्वासन भी दिया कि वे अपने सेवाकाल में कर्तव्यनिष्ठा, ईमानदारी और सेवा-भाव के साथ कार्य करेंगे तथा भारतीय रेल को और अधिक जनहितकारी एवं प्रभावी बनाने के लिए सतत प्रयासरत रहेंगे।