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Etah: अलीगंज में फर्जी अस्पताल पर स्वास्थ्य विभाग की बड़ी कार्रवाई, कई क्लीनिक और मेडिकल स्टोर सील

Etah: एटा जिले के अलीगंज कस्बे में स्वास्थ्य विभाग ने अवैध रूप से संचालित अस्पतालों और क्लीनिकों पर छापेमारी कर बड़ी कार्रवाई की। अशोका अस्पताल समेत कई क्लीनिक और मेडिकल स्टोर को सील किया गया। अस्पताल में बिना अनुमति के गर्भवती महिलाओं के ऑपरेशन हो रहे थे। मौके से संचालक फरार हो गए। विभाग ने दो मरीजों को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। जिले में कई फर्जी अस्पताल और क्लीनिक बिना फायर सेफ्टी और प्रदूषण मानकों के चल रहे हैं। यह कार्रवाई स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही और अवैध चिकित्सा संस्थानों की सच्चाई को उजागर करती है।

By: Desk Team  RNI News Network
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Etah: अलीगंज में फर्जी अस्पताल पर स्वास्थ्य विभाग की बड़ी कार्रवाई, कई क्लीनिक और मेडिकल स्टोर सील

एटा जिले के अलीगंज कस्बे में अवैध अस्पतालों के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। अपर जिला मलेरिया अधिकारी लोकमन और सीएमएस सुरेश चंद्रा के नेतृत्व में बनी संयुक्त टीम ने सराय अड्डा क्षेत्र में संचालित अशोका अस्पताल पर छापा मारा। यह अस्पताल गली के सुनसान स्थान पर संचालित हो रहा था, जहां गर्भवती महिलाओं के ऑपरेशन किए जा रहे थे।

छापेमारी के दौरान अस्पताल में दो महिलाएं भर्ती पाई गईं, जिनका पिछले सप्ताह ऑपरेशन हुआ था। अवैध संचालन पाए जाने पर अस्पताल को सील कर दिया गया है। इस कार्रवाई से पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। मरीज और उनके परिजन घबरा गए। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मरीजों को अलीगंज के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्थानांतरित कर दिया है।

इसके साथ ही टीम ने अमरोली गांव में दो अवैध क्लीनिक और एक मेडिकल स्टोर पर भी छापा मारा, जिन्हें मौके पर ही सील कर दिया गया। जैसे ही कार्रवाई शुरू हुई, इन अवैध क्लीनिकों के संचालक मौके से फरार हो गए।

स्वास्थ्य विभाग ने अशोका अस्पताल के अलावा डॉ. एस.के. सरकार (बंगाली डॉक्टर), अनुज मेडिकल और निर्दोष क्लिनिक को भी सील कर दिया है।

जिले भर में इस तरह के सैकड़ों अवैध अस्पताल और पैथोलॉजी धड़ल्ले से संचालित हो रहे हैं, जो स्वास्थ्य विभाग, अग्निशमन और प्रदूषण नियंत्रण विभाग की मिलीभगत से बिना पर्याप्त मानकों के चल रहे हैं। इनमें न फायर सेफ्टी के इंतजाम हैं, न कचरे के सुरक्षित निस्तारण की व्यवस्था।

स्वास्थ्य विभाग की इस कार्रवाई से यह स्पष्ट हो गया है कि अगर सख्ती से जांच की जाए तो अधिकांश अस्पतालों की पोल खुल सकती है। कई पंजीकृत अस्पतालों में भी डिग्रीधारी डॉक्टर के बजाय फर्जी चिकित्सक इलाज कर रहे हैं।

फिलहाल यह कार्रवाई इलाके के लिए चेतावनी है, लेकिन व्यापक सुधार के लिए स्वास्थ्य विभाग को और भी सख्ती बरतनी होगी।

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