लखनऊ : प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने जनपद लखीमपुर खीरी भ्रमण के दूसरे दिन पलिया ब्लॉक के थारू बाहुल्य गांव बलेरा में विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों को लाभान्वित किया। उन्होंने आंगनवाड़ी केंद्रों हेतु 200 प्री-स्कूल किट एवं हाईजिन किट, 100 कृषि यंत्र, 1000 प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के लाभार्थियों को चाबी, एन०आर०एल०एम० अन्तर्गत सी०सी०एल० एवं पी०जी० फण्ड का 500 प्रतीकात्मक चेक, सी०एम० युवा उद्यमी/ओडीओपी योजना के लाभार्थियों को 200 डेमो चेक, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के 1000 लाभार्थियों को किट, 100 टी०बी० रोगियों को पोषण पोटली, 1000 आयुष्मान कार्ड, स्वामित्व योजनान्तर्गत 105 घरौनी, प्रधानमन्त्री उज्ज्वला योजनान्तर्गत 100 गैस कनेक्शन का वितरण किया।
इस अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि दूरस्थ और वनवासी क्षेत्र में बच्चों और महिलाओं के सर्वांगीण विकास के प्रयास देखकर उन्हें अत्यंत प्रसन्नता हो रही है। बचपन से ही बच्चों को पढ़ाई के साथ पेंटिंग, भाषण, गीत-संगीत जैसी रचनात्मक गतिविधियों से जोड़ना उनके समग्र विकास के लिए आवश्यक है। समर वेकेशन के दौरान इन गतिविधियों का आयोजन सराहनीय है।
राज्यपाल ने कहा कि महिलाओं के लिए पुराने भवन को प्रशिक्षण केंद्र में बदलना एक प्रशंसनीय कदम है। इस केंद्र के माध्यम से महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं और स्वरोजगार के माध्यम से आर्थिक रूप से सशक्त हो रही हैं। इसके लिए डीएम और सीडीओ बधाई के पात्र हैं। सरकार की योजनाएं आमजन तक पहुंच रही हैं, विशेष रूप से स्वामित्व योजना के तहत गरीबों को संपत्ति का अधिकार मिल रहा है। पहले संसाधनों की कमी से महिलाएं पीछे रह जाती थीं, लेकिन अब प्रशिक्षण और सरकारी सहयोग से वे आगे बढ़ रही हैं और राजस्व में भी योगदान दे रही हैं। उन्होंने कहा कि बाल विवाह पर पुलिस को स्वतः संज्ञान लेकर कार्रवाई करनी चाहिए। बेटियों के सशक्तिकरण के लिए संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देना जरूरी है। नवजात शिशुओं की निगरानी और निजी अस्पतालों में जन्म से संबंधित दस्तावेजों की जांच भी आवश्यक है।
राज्यपाल ने कहा कि 21वीं सदी महिलाओं की सदी है और सरकार उन्हें आगे बढ़ाने के लिए पूरी प्रतिबद्धता से काम कर रही है।
कार्यक्रम में विधायक विनोद शंकर अवस्थी ने कहा कि यह क्षेत्र के लिए गौरव का क्षण है कि राज्यपाल स्वयं यहां उपस्थित हुईं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नेतृत्व में देश और प्रदेश की प्रगति के नित नए आयाम स्थापित हो रहे हैं। उन्होंने परिषदीय विद्यालयों में हुए कायाकल्प को रेखांकित किया।
राज्यपाल ने अपने दौरे के दौरान ग्राम बलेरा में थारू जनजातीय क्षेत्र की 25 छात्राओं को साइकिल भी वितरित की और उन्हें हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके साथ ही पाँच जनजातीय क्षेत्र की महिलाओं को ई-रिक्शा प्रदान किए गए। उन्होंने ई-रिक्शा प्राप्त करने वाली महिलाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि वे इसे पूरे आत्मविश्वास और हिम्मत से चलाएं।
इसके पश्चात राज्यपाल ने परिषदीय विद्यालय बलेरा में संचालित समर कैंप का निरीक्षण किया। उन्होंने शिक्षकों से समर कैंप के अंतर्गत संचालित की जा रही गतिविधियों की जानकारी ली तथा बच्चों से संवाद कर उन्हें स्नेहपूर्वक दुलार दिया। उन्होंने बच्चों द्वारा तैयार की गई टीएलएम (टीचिंग लर्निंग मटेरियल) प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। राज्यपाल जी ने हेल्थ, आयुष, एन0आर0एल0एम0, समाज कल्याण, आईसीडीएस, कृषि, गन्ना, उद्योग, और कारागार विभाग सहित विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉलों का भ्रमण कर जानकारी प्राप्त की और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
आंगनबाड़ी के बच्चों ने राज्यपाल का परम्परागत ढंग से स्वागत किया गया। राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय के बच्चों द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया। आंगनवाड़ी के बच्चों (बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग) द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम (कुल 04 कार्यकम) एवं स्थानीय कलाकारों द्वारा थारू नृत्य का प्रस्तुतीकरण किया गया। लखनऊ यूनिवर्सिटी के शोध छात्रों द्वारा उद्बोधन भी दिया गया। जिलाधिकारी श्री दुर्गा शक्ति नागपाल द्वारा राज्यपाल महोदया को प्रतीक चिन्ह (ओ.डी.ओ.पी.) एवं पुस्तकें भेंट की गयी। राज्यपाल ने प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।
इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण, जिला प्रशासन, आंगनवाड़ी कार्यकत्री, स्कूली बच्चे सहित लाभार्थीगण एवं अन्य महानुभाव उपस्थित रहे।