1. हिन्दी समाचार
  2. लखनऊ
  3. Lucknow: राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में रज़ा लाइब्रेरी की 53वीं बैठक संपन्न

Lucknow: राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में रज़ा लाइब्रेरी की 53वीं बैठक संपन्न

रामपुर रज़ा लाइब्रेरी को वैश्विक शोध केंद्र बनाने, पांडुलिपियों के डिजिटलीकरण, विद्यालयों में प्रेरक साहित्य पढ़ने की परंपरा और राष्ट्रीय ज्ञान नेटवर्क से जुड़ने पर अहम निर्णय।

By: Abhinav Tiwari  RNI News Network
Updated:
Lucknow: राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में रज़ा लाइब्रेरी की 53वीं बैठक संपन्न

प्रदेश की राज्यपाल एवं रामपुर रज़ा लाइब्रेरी की अध्यक्ष आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में राजभवन लखनऊ में लाइब्रेरी की 53वीं बैठक संपन्न हुई। बैठक में लाइब्रेरी के संरक्षण, डिजिटलीकरण, शोध कार्य, प्रशासनिक सुधार, तथा भविष्य की योजनाओं पर विस्तृत चर्चा की गई। राज्यपाल ने लाइब्रेरी को आधुनिक तकनीकी सुविधाओं से जोड़कर वैश्विक शोध एवं सांस्कृतिक केंद्र के रूप में विकसित करने के महत्वपूर्ण निर्देश दिए।

दुर्लभ पांडुलिपियों का वैज्ञानिक संरक्षण सर्वोच्च प्राथमिकता

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि रामपुर रज़ा लाइब्रेरी भारत की अमूल्य सांस्कृतिक धरोहर है, जिसमें सदियों पुरानी दुर्लभ पांडुलिपियाँ, सुलेख, मिनिएचर पेंटिंग्स और ऐतिहासिक दस्तावेज़ संरक्षित हैं। उन्होंने इन सभी के वैज्ञानिक संरक्षण, तेज़ डिजिटलीकरण और महत्वपूर्ण दस्तावेजों को ऑनलाइन उपलब्ध कराने पर जोर दिया। राज्यपाल ने लाइब्रेरी भवन की संरचनात्मक मजबूती, शोधकर्ताओं के लिए सुविधाओं में सुधार, तथा राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय शोध संस्थानों से सहयोग बढ़ाने के निर्देश भी दिए।

विद्यार्थियों में पठन की संस्कृति विकसित करने पर जोर

बैठक के दौरान राज्यपाल ने कहा कि बच्चों को मोबाइल की लत से दूर कर पुस्तकों से जोड़ना समय की आवश्यकता है। उन्होंने निर्देश दिया कि-

  • ‘पढ़े रामपुर – बढ़े रामपुर’ अभियान चलाया जाए,

  • विद्यार्थी प्रतिदिन तीन घंटे पुस्तक पढ़ने की आदत विकसित करें,

  • प्रत्येक विद्यालय की प्रार्थना सभा में महान विभूतियों की जीवनी और प्रेरक साहित्य पढ़ा जाए।

उन्होंने कहा कि शिक्षकों को स्वयं नियमित रूप से पुस्तकें पढ़नी चाहिए ताकि छात्रों में भी स्वाभाविक रूप से पढ़ने की प्रेरणा उत्पन्न हो।

देशभर की लाइब्रेरी को रज़ा लाइब्रेरी से जोड़ने की आवश्यकता

राज्यपाल ने सुझाव दिया कि देश की सभी प्रमुख लाइब्रेरी को रामपुर रज़ा लाइब्रेरी से जोड़ा जाए, जिससे ज्ञान-संपदा का व्यापक आदान-प्रदान संभव हो सके। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय ज्ञान, इतिहास और साहित्य को अधिकतम भाषाओं में उपलब्ध कराना आवश्यक है, ताकि हर क्षेत्र के लोग इससे लाभान्वित हो सकें।

AI तकनीक से लाइब्रेरी विकास का विज़न प्रस्तुत

बैठक में यश अवस्थी (Founder & CEO – Aim Analytics) द्वारा लाइब्रेरी के भविष्य विकास की AI-आधारित रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। उनके विकसित अत्याधुनिक सॉफ़्टवेयर द्वारा- लाइब्रेरी की डिजिटल संरचना, वैश्विक शोध प्रणाली में उसकी भूमिका, संरक्षण एवं नेटवर्किंग क्षमताओं में वृद्धि जैसे संभावित सुधारों का रोडमैप प्रस्तुत किया गया। राज्यपाल ने इस रिपोर्ट की सराहना करते हुए कहा कि AI तकनीक लाइब्रेरी को विश्वस्तरीय शोध और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

लाइब्रेरी को राष्ट्रीय ज्ञान नेटवर्क से जोड़ने पर सहमति

राज्यपाल ने निर्देश दिया कि रामपुर रज़ा लाइब्रेरी भी INFLIBNET (सूचना एवं पुस्तकालय नेटवर्क) के साथ MoU करे। इससे- दुर्लभ पांडुलिपियों का डिजिटलीकरण, ई-रिसोर्सेस की उपलब्धता, शोधकर्ताओं की पहुंच, राष्ट्रीय एवं वैश्विक सहयोग को नई दिशा मिलेगी।

लाइब्रेरी विकास की विस्तृत प्रस्तुति

लाइब्रेरी के निदेशक डॉ. पुष्कर मिश्रा ने- अवसंरचना विकास, शोध परियोजनाएँ, कार्यशालाएँ व प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम, दुर्लभ ग्रंथों के अनुवाद, सांस्कृतिक कार्यक्रम, राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय संस्थानों से MoU जैसी महत्वपूर्ण पहलें प्रस्तुत कीं।

राज्यपाल का संदेश: राष्ट्र निर्माण के लिए कार्य संस्कृति बदले

राज्यपाल ने कहा कि राष्ट्र को विकसित भारत बनाने के लिए सभी विभागों को- समयबद्ध कार्य, पारदर्शिता, कार्यकुशलता को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी होगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री प्रतिदिन 18 घंटे कार्य करते हैं, यह देश सेवा के प्रति समर्पण का अद्भुत उदाहरण है।

बैठक में विशेष कार्याधिकारी राज्यपाल (अपर मुख्य सचिव स्तर) डॉ0 सुधीर महादेव बोबडे, जिलाधिकारी रामपुर, डाइरेक्टर मिनिस्ट्री ऑॅफ कल्चर यश वीर सिंह, रामपुर रज़ा लाइब्रेरी के बोर्ड मेंबर्स, संबंधित विभागों के प्रतिनिधि सहित अन्य महानुभाव (ऑफलाइन/ऑनलाइन) उपस्थित रहे।

इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें गूगल न्यूज़, फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...