1. हिन्दी समाचार
  2. आगरा
  3. Agra News: बिना अनुमति के अंधेरे में चल रही खुदाई, टूटी पाइप लाइन, जिम्मेदारों को पता ही नहीं

Agra News: बिना अनुमति के अंधेरे में चल रही खुदाई, टूटी पाइप लाइन, जिम्मेदारों को पता ही नहीं

असिस्टेंट म्युनिसिपल कमिश्नर ने कहा कि खुदाई की अनुमति चीफ इंजीनियर बीएल गुप्ता देते हैं, वही बता पाएंगे। मुझे किसी ने पाइपलाइन टूटने और अनुमति के बिना खुदाई की जानकारी नहीं दी है तो कैसे रुकवाता।

By: Satyam Dubey  RNI News Network
Updated:
gnews
Agra News: बिना अनुमति के अंधेरे में चल रही खुदाई, टूटी पाइप लाइन, जिम्मेदारों को पता ही नहीं

ताज नगरी आगरा में मानसून को देखते हुए एक जुलाई से पूरे शहर में रोड की खुदाई पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। नगर निगम ने रोड की खुदाई करने वाले 13 विभागों और कंपनियों को बारिश के मौसम में खुदाई नहीं करने को आदेश जारी किया। लेकिन नगर निगम द्वारा जारी आदेश सिर्फ आदेश ही रह गया। क्योंकि आदेश जारी होने के तीन दिन के भीतर ही दूर संचार कंपनी एयरटेल द्वारा सेक्टर-7 आवास विकास कॉलोनी में शिवालिक स्कूल के मोड़ पर खुदाई किया गया। इस दौरान गंगाजल की पाइपलाइन टूट गई।

जिसकी वजह से सोमवार सुबह और रात में आपूर्ति के दौरान पूरा इलाका पानी से भर गया। रविवार की रात में एयरटेल द्वारा यहां खुदाई का काम किया गया था। हैरानी इस बात की है कि नगर निगम के पार्षद, इंजीनियर, जोनल इंचार्ज और सहायक नगर आयुक्त को खुदाई के बारे में कोई इंफॉर्मेशन नहीं है। जिनकी जवाबदेही है उसको कोई भनक ही नहीं है। अधिकारियों की ऐसी लापरवाही से शहर के लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

नगर निगम के चीफ इंजीनियर के ऑफिस से खुदाई की परमिशन दी जाती है। इस वक्त नगर निगम के चीफ इंजीनियर बीएल गुप्ता हैं। उनको पता ही नहीं है कि खुदाई के लिए अब तक कितनी अनुमतियां जाती की गईं हैं। उनको यह भी नहीं पता है कि पाइपलाइन टूटने पर जुर्माना लगाया गया है या फिर नहीं। कुछ ऐसी ही स्थिति लोहामंडी जोन के इंचार्ज असिस्टेंट म्युनिसिपल कमिश्नर को भी पानी की लाइन टूटने की कोई जानकारी नहीं है।

इस वक्त असिस्टेंट म्युनिसिपल कमिश्नर अश्वनी कुमार हैं, उनको भी इस मामले की जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि खुदाई की अनुमति चीफ इंजीनियर बीएल गुप्ता देते हैं, वही बता पाएंगे। मुझे किसी ने पाइपलाइन टूटने और अनुमति के बिना खुदाई की जानकारी नहीं दी है तो कैसे रुकवाता।

जबकि उनका ऑफिसर सेक्टर-नौ में है, जो सेक्टर-7 से एक किलो मीटर की दूरी पर भी नहीं है। इसी जोन में सभी इंजीनियर, सेनेटरी इंस्पेक्टर और एक हजार से ज्यादा कर्मचारी तैनात हैं। बावजूद इसके पाइपलाइन टूटने की जानकारी किसी को नहीं।

आवास विकास के पार्षद निरंजन सिंह को भी पाइप टूटने की जानकारी नहीं है। जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मुझे पाइप लाइन टूटने की कोई जानकारी नहीं है। क्षेत्र में सुबह जाऊंगा, तब बता पाऊंगा।

इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें गूगल न्यूज़, फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...