 
  नोएडा ऑथोरिटी में लगातार मिल रही भ्रष्टाचार की शिकायतों को लेकर सीईओ लोकेश एम के द्वारा एक फैसला लिया गया जिसमें नोएडा प्राधिकरण में विभागीय जिम्मेदारियों को लेकर दो महाप्रबंधकों के बीच सामंजस्य बिठाने के लिए आखिरकार एक नई व्यवस्था को जन्म दिया गया है। यूपीसीडा से हाल ही में नोएडा प्राधिकरण में तैनात हुए जीएम अशोक कुमार अरोड़ा को गुरुवार को सिविल और उद्यान विभाग का प्रभार सौंपा गया था। लेकिन शुक्रवार को ही आदेशों में बदलाव कर दिए गए। नोएडा ऑथोरिटी में हो रहे भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए नोएडा ऑथोरिटी के सीईओ लोकेश एम द्वारा एक पहल की शुरूआत की गई है |

नोएडा प्राधिकरण में विभागीय जिम्मेदारियों को लेकर दो महाप्रबंधकों के बीच खींचतान ने आखिरकार एक नई व्यवस्था को जन्म दे दिया है। यूपीसीडा से हाल ही में नोएडा प्राधिकरण में तैनात हुए जीएम सिविल अशोक कुमार अरोड़ा को गुरुवार को सिविल और उद्यान विभाग का प्रभार सौंपा गया था। लेकिन शुक्रवार को ही आदेशों में बदलाव कर दिए गए। । सिविल के 5 वर्क सर्कल 1 से 5 तक का प्रभार जन स्वास्थ्य विभाग के प्रभारी जीएम सिविल एस पी सिंह को दिए गए। वहीं जन स्वास्थ्य विभाग का जोन-2 अशोक कुमार अरोड़ा को दिया गया। उनके पास सिविल के वर्क सर्कल-6 से 10 तक का प्रभार, उद्यान विभाग भी रहेगा। जीएम सिविल एस पी सिंह सिंह के पास अब जन स्वास्थ्य विभाग का जोन-1, आईटीएमएस, नोएडा ट्रैफिक सेल व सिटी बस ऑपरेशन सेल का प्रभार सिविल के वर्क सर्कल 1 से 5 के साथ ही रहेगा। लगातार दो दिन जारी हुए दो आदेशों को लेकर शुक्रवार को नोएडा प्राधिकरण में चर्चा होती रही। वहीं अधिकारियों ने इसे बेहतर कामकाज को लिया गया निर्णय बताया। हालांकि, अधिकारी इसे सामान्य प्रशासनिक प्रक्रिया और ‘बेहतर समन्वय के लिए लिया गया निर्णय’ बता रहे हैं। अब देखना होगा कि दो अनुभवी जीएम सिविल के बीच विभागीय जिम्मेदारियों का यह बंटवारा नोएडा की विकास योजनाओं पर कितना असर डालता है।