सहारनपुर में भारतीय किसान यूनियन (रक्षक) के कार्यकर्ताओं ने ऐतिहासिक काकोरी कांड से जुड़ी बंद पड़ी ट्रेन को पुनः चालू करने की मांग उठाई है। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी वीरेंद्र सिंह ऑहलान के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी के माध्यम से रेल मंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में लखनऊ-सहारनपुर-लखनऊ रूट पर चलने वाली ट्रेन संख्या 54.251/54.252 को दोबारा चालू करने की अपील की गई है, जिसे कुछ समय पूर्व बंद कर दिया गया था।
चौधरी वीरेंद्र सिंह ने कहा कि 9 अगस्त 1925 की रात वीर सपूतों—पंडित राम प्रसाद बिस्मिल, चंद्रशेखर आज़ाद, अशफाक उल्ला खां, राजेन्द्र लाहिड़ी और रोशन सिंह—ने इस ट्रेन को लूटकर अंग्रेजी शासन को आर्थिक चोट पहुंचाई थी। इस क्रांतिकारी कार्रवाई का उद्देश्य स्वतंत्रता संग्राम को आर्थिक सहयोग देना और हथियार जुटाना था। काकोरी कांड की इस ऐतिहासिक घटना ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम को नई दिशा दी थी।
आज वही ट्रेन इतिहास की एक जीवित यादगार बन गई है, लेकिन उसका संचालन ठप पड़ा है। संगठन का मानना है कि इस ट्रेन को पुनः पटरी पर लाकर शहीदों की शहादत को नई पीढ़ी तक पहुँचाया जा सकता है।
आर्थिया रगतमान्य ज्ञान के महानगर अध्यक्ष सुनील राणा ने मांग की कि ट्रेन का नाम वीर शहीदों के नाम पर रखा जाए ताकि उसमें यात्रा करने वाला हर नागरिक गर्व महसूस करे।
भारतीय किसान यूनियन (रक्षक) ने भारत सरकार और रेल मंत्री से आग्रह किया है कि देशभक्ति से ओत-प्रोत इस ऐतिहासिक ट्रेन का संचालन जल्द से जल्द पुनः शुरू किया जाए ताकि यह क्रांतिकारियों को सच्ची श्रद्धांजलि बन सके।