सेक्टर-96 स्थित नए प्रशासनिक भवन का निर्माण कार्य तेजी से अंतिम चरण में है। इसी क्रम में नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) ने संबंधित अधिकारियों के साथ स्थल का निरीक्षण किया और कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। उनके साथ एसीईओ संजय खत्री, ओएसडी एमपी, जनस्वास्थ्य और सिविल विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे। सीईओ ने स्पष्ट निर्देश दिए कि भवन निर्माण कार्य को शीघ्र पूरा किया जाए ताकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इसका शुभारंभ (लोकार्पण) कराया जा सके।
निरीक्षण के दौरान सीईओ ने जनस्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि भवन में बने टॉयलेटों की स्पष्ट पहचान की जाए – कौन टॉयलेट सार्वजनिक उपयोग के लिए हैं और कौन प्राधिकरण कर्मियों के लिए। उन्होंने कहा कि सभी टॉयलेट की प्लंबिंग व्यक्तिगत रूप से जांची जाए ताकि लीकेज जैसी कोई समस्या न रहे।
उद्यान विभाग को निर्देशित किया गया कि लैंडस्केपिंग और उद्यानीकरण का कार्य शीघ्र पूर्ण किया जाए। वहीं, विद्युत विभाग को कहा गया कि तलवार विद्युतीकरण कार्य को पूर्ण करते हुए सिविल विभाग को ट्रांसफर करें। भवन के अंदरूनी बदलाव और मॉडिफिकेशन के भी सुझाव मौके पर ही दिए गए।
अधिकारियों ने जानकारी दी कि यह प्रशासनिक भवन लगभग 24,000 वर्गमीटर भूमि पर तैयार किया जा रहा है। इस भवन का निर्माण जनवरी 2016 में शुरू हुआ था लेकिन दो साल तक निर्माण कार्य रुका रहा। अक्टूबर 2022 में दोबारा ST कंस्ट्रक्शन के साथ अनुबंध होने के बाद कार्य फिर शुरू हुआ।
सीईओ द्वारा निरीक्षण के दौरान पिलर की मजबूती को लेकर संदेह व्यक्त किया गया था, जिसके बाद IIT रुड़की से जांच कराई गई। जांच रिपोर्ट के आधार पर 200 पिलर की रेट्रोफिटिंग कराई गई। फिलहाल भवन का ढांचा तैयार हो चुका है और इंटीरियर व फिनिशिंग का कार्य तेजी से जारी है।
इस भव्य प्रशासनिक भवन के निर्माण पर कुल 304 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। इसमें 213.11 करोड़ रुपये सिविल वर्क और 72.81 करोड़ रुपये विद्युत कार्यों पर खर्च किए जाएंगे। अब तक हुए कार्य को देखते हुए नई डेडलाइन मई 2025 तय की गई है।
भवन पूरा होते ही नोएडा प्राधिकरण के सभी विभाग इसी भवन में शिफ्ट हो जाएंगे। खास बात यह है कि प्राधिकरण के सीईओ का कार्यालय ग्राउंड फ्लोर पर होगा, जिससे जनता को मुलाकात के लिए कोई परेशानी नहीं होगी।