गोरखपुर स्थित गोरखनाथ मंदिर के सभागार में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ जिले में चल रही विकास परियोजनाओं और कानून व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि हर विकास कार्य की समय-सीमा होती है और उसे तय अवधि में गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूरा किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने चेतावनी दी कि किसी भी स्तर पर लापरवाही या उदासीनता स्वीकार नहीं की जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी ने विशेष रूप से बरसात पूर्व निर्माण कार्यों के शीघ्र निपटारे पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि बरसात के दौरान खुले में निर्माण कार्यों पर असर पड़ता है, इसलिए जितने अधिक कार्य हैं, उन्हें जून से पहले ही पूर्ण कर लिया जाए।
सीएम योगी ने निर्देश दिए कि सभी विभागीय परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा विभागीय अधिकारियों के साथ-साथ वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा प्रत्येक पंद्रह दिन में की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि नियमित पर्यवेक्षण से न केवल कार्यों की गति बनी रहती है, बल्कि जवाबदेही भी तय होती है। जिन योजनाओं में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, उन पर युद्धस्तर पर निर्माण कार्य शुरू किया जाए।
मुख्यमंत्री ने मानसून पूर्व तैयारियों की चर्चा करते हुए कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि बरसात के दौरान किसी भी क्षेत्र में जलभराव न हो। उन्होंने नालों की समय से सफाई, गोड़धोइया नाला परियोजना को तेजी से पूर्ण कराने, और जल निकासी व्यवस्था को दुरुस्त रखने के निर्देश दिए। योगी ने कहा कि पिछले वर्षों में इस दिशा में अच्छा कार्य हुआ है, लेकिन अब इसे उत्कृष्टता की ओर ले जाना आवश्यक है।
मुख्यमंत्री ने पेयजल, स्वच्छता, बिजली और अन्य बुनियादी नागरिक सेवाओं की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने की बात कही। उन्होंने कहा कि आईजीआरएस पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों का समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित किया जाए तथा समाधान के बाद शिकायतकर्ता से फीडबैक भी लिया जाए।
कानून व्यवस्था की समीक्षा करते हुए सीएम योगी ने स्पष्ट किया कि अपराधियों के प्रति सरकार की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति जारी रहनी चाहिए। उन्होंने पुलिस को निर्देश दिए कि छोटी से छोटी आपराधिक घटना को गंभीरता से लेते हुए त्वरित कार्रवाई की जाए। मुख्यमंत्री ने शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में पैट्रोलिंग बढ़ाने, पीआरवी रिस्पॉन्स टाइम में सुधार लाने और ट्रैफिक प्रबंधन को सशक्त करने की बात कही। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि सभी वाहन निर्धारित पार्किंग स्थल पर ही खड़े हों और टेम्पो आदि के लिए तय स्टैंड का ही प्रयोग किया जाए।