हाकुम्भनगर में उमड़ रहे आस्था के जनसमुद्र को संभालने और सहयोग के लिए उत्तर प्रदेश के हर कोने से लोग तत्पर दिख रहे हैं।
हाकुम्भनगर में उमड़ रहे आस्था के जनसमुद्र को संभालने और सहयोग के लिए उत्तर प्रदेश के हर कोने से लोग तत्पर दिख रहे हैं।
महाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं की सुगम वापसी सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन ने प्रयागराज कमिश्नरेट में वाहनों के प्रवेश पर लगी रोक हटा दी है। जिला मजिस्ट्रेट रवींद्र कुमार मांदड़ ने जानकारी दी कि अब वाहन प्रवेश को लेकर कोई प्रतिबंध नहीं रहेगा, हालांकि मेला क्षेत्र में यातायात संबंधी नियम पहले की तरह लागू रहेंगे।
महाकुंभ 2025 में बसंत पंचमी (3 फरवरी) के तीसरे अमृत स्नान को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार ने व्यापक तैयारियां शुरू कर दी हैं। मौनी अमावस्या पर हुई भगदड़ के बाद प्रशासन ने इस बार सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण के लिए विशेष रणनीति बनाई है।
महाकुंभ 2025 में वैष्णव परंपरा के साधुओं द्वारा कठिनतम खप्पर तपस्या की जाएगी। इस बार करीब 350 तपस्वी धूनी साधना में लीन होंगे। यह साधना अखाड़ों में साधुओं की वरिष्ठता निर्धारित करने का प्रमुख आधार मानी जाती है।
महाकुंभ में हुई भगदड़ की जांच के लिए गठित न्यायिक आयोग की तीन सदस्यीय टीम ने लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान पूर्व न्यायाधीश हर्ष कुमार, पूर्व आईएएस डीके सिंह और पूर्व आईपीएस वीके गुप्ता ने मीडिया से बातचीत की।
सनातन आस्था के महापर्व महाकुम्भ के सबसे बड़े अमृत स्नान मौनी अमावस्या पर्व पर 8 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने पवित्र त्रिवेणी में स्नान किया। पिछले कई दिनों से करोड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं का आवागमन प्रयागराज से हो रहा था।
महाकुम्भ में व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने के लिए प्रयागराज में मंडलायुक्त रहे आशीष गोयल और एडीए के वीसी रहे भानु गोस्वामी की तैनाती के साथ ही 05 विशेष सचिव भी तैनात किये गए हैं।
प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ 2025 का आज 17वां दिन (29 जनवरी) है। इस पावन अवसर पर मौनी अमावस्या के दिन दूसरा अमृत स्नान जारी है। संगम तट पर नागा साधु और संतगण परंपरागत ढंग से स्नान कर रहे हैं।
प्रयागराज महाकुंभ 2025 में आयोजित धर्म संसद में सनातन बोर्ड के गठन की मांग जोर-शोर से उठ रही है। संतों और धर्माचार्यों ने वक्फ बोर्ड की तर्ज पर सनातन बोर्ड बनाने की वकालत की।
प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ 2025 के दौरान मौनी अमावस्या स्नान के दिन भगदड़ मचने से अफरा-तफरी का माहौल बन गया। इस हादसे पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सरकार की तैयारियों पर सवाल उठाते हुए पांच अहम अपील की है।
महाकुंभ मेले में मौनी अमावस्या के स्नान पर्व पर भीड़ बढ़ने से रात के दो बजे भगदड़ का माहौल बन गया। वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस भगदड़ में संगम नोज के करीब दर्जनों लोगों के घायल और 10 लोगों के मौत की खबर मिली है।
महाकुंभ 2025 में उमड़ी आस्था की लहर न केवल प्रयागराज बल्कि आसपास के तीर्थ स्थलों काशी और अयोध्या पर भी भारी दबाव बना रही है।
महाकुंभ का आयोजन न केवल एक धार्मिक पर्व है, बल्कि यह जीवन, मृत्यु और मोक्ष के गूढ़ रहस्यों को जानने और समझने का भी एक माध्यम है। महाकुंभ के दौरान नागा साधुओं की उपस्थिति और उनकी जीवन शैली लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र होती है।
महाकुंभ के अवसर पर बुधवार को मौनी अमावस्या के पावन पर्व पर सबसे बड़ा अमृत स्नान आयोजित किया जाएगा। प्रशासन ने अनुमान लगाया है कि इस दिन आठ से दस करोड़ श्रद्धालु महाकुंभ में आ सकते हैं। भीड़ प्रबंधन और सुचारु व्यवस्था के लिए प्रशासन ने अखाड़ों के स्नान के समय में बदलाव किया है।