उत्तर प्रदेश में 10 जुलाई से शुरू होने वाली कावड़ यात्रा को लेकर तैयारियां अंतिम चरण में पहुंच चुकी हैं। राज्य सरकार ने यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधाओं को लेकर पुख्ता इंतजाम किए हैं। प्रदेश के पर्यटन मंत्री और कैबिनेट मंत्री जयवीर सिंह ने स्पष्ट कहा कि इस बार कावड़ यात्रा में किसी भी प्रकार की चूक बर्दाश्त नहीं की जाएगी और सभी जिलाधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
जयवीर सिंह ने बताया कि कावड़ यात्रा प्रदेश की आस्था से जुड़ा एक महत्वपूर्ण पर्व है और इसे सुरक्षित, सुव्यवस्थित और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि सभी जिलों के डीएम को निर्देशित किया गया है कि यात्रा मार्ग पर आने वाली दुकानों को नेम प्लेट के माध्यम से चिन्हित किया जाए, ताकि किसी भी प्रकार की अराजकता या भ्रम की स्थिति उत्पन्न न हो।
सरकार का कहना है कि पिछले वर्षों में जिन-जिन स्थानों पर यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ा था, उन बिंदुओं को इस बार विशेष मानकों में शामिल किया गया है। प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि सभी व्यवस्थाएं समय से जांची जाएं और जहां आवश्यकता हो, वहां तत्काल सुधार किया जाए।
कावड़ यात्रा के दौरान भीड़ नियंत्रण, यातायात प्रबंधन, चिकित्सा व्यवस्था और साफ-सफाई को लेकर विशेष तैयारियां की गई हैं। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग, पुलिस विभाग, नगर निगम और अन्य संबंधित एजेंसियों को समन्वय बनाकर काम करने के निर्देश दिए गए हैं। मंत्री ने कहा कि हर स्तर पर निगरानी की जा रही है ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की दिक्कत न हो।
इसके अलावा जयवीर सिंह ने उत्तर प्रदेश के पर्यटन विकास पर भी चर्चा की। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश का पर्यटन लगातार तेजी से आगे बढ़ रहा है और देशभर में शीर्ष स्थान पर पहुंच चुका है। धार्मिक पर्यटन, सांस्कृतिक पर्यटन और ऐतिहासिक पर्यटन के क्षेत्र में प्रदेश ने उल्लेखनीय प्रगति की है। उन्होंने कहा कि पर्यटन विभाग लगातार इस बात पर भी मंथन कर रहा है कि प्रदेश में और अधिक पर्यटकों को कैसे आकर्षित किया जाए और उनकी सुविधाओं को कैसे बेहतर बनाया जाए।
जयवीर सिंह ने कहा कि कावड़ यात्रा जैसे धार्मिक आयोजनों में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलता है। बड़ी संख्या में लोग इन आयोजनों में भाग लेने आते हैं, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल मिलता है। इसे ध्यान में रखते हुए सरकार कावड़ यात्रा जैसे आयोजनों को सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।मंत्री ने कहा कि शासन का पूरा फोकस यह सुनिश्चित करने पर है कि श्रद्धालुओं को न केवल सुरक्षित माहौल मिले, बल्कि उन्हें किसी तरह की असुविधा भी न हो। स्थानीय प्रशासन को सख्त हिदायत दी गई है कि किसी भी स्तर पर लापरवाही सामने आई तो जिम्मेदार अधिकारियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।