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निजी अस्पतालों का बड़ा घोटाला, आयुष्मान कार्ड से निकालते हैं नाजायज पैसा

कानपुर देहात का राजावत सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, इनोवा ग्रेस अस्पताल और तीसरा ईशा हॉस्पिटल ये वही तीन अस्पताल हैं, जो गरीबो का हक लूट रहे थे।

By: Satyam Dubey  RNI News Network
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निजी अस्पतालों का बड़ा घोटाला, आयुष्मान कार्ड से निकालते हैं नाजायज पैसा

सरकार गरीब लोगों को सुविधाएं देने के लिए योजना चलाती है। लेकिन सरकार द्वारा चलाई जाने वाली योजनाएं कैसे दम तोड़ती हैं, इसकी बानगी कानपुर देहात में देखा जा सकता है। गरीबों के इलाज के लिए चलाई जा रही आयुष्मान योजना में बड़ा घोटाला सामने आया है। यहां कागजों पर अस्पताल के आईसीयू में दर्जन भर से ज्यादा मरीज भर्ती हैं, लेकिन हकीकत में आईसीयू में आयुष्मान योजना के सिर्फ 3 मरीज मिले। यहां दवा से लेकर जांचो तक के फर्जीवाड़े का खाका तैयार किया गया है।

आपको बता दें कि आयुष्मान योजना से लगातार लाखों रुपयों का प्राइवेट अस्पताल पेमेंट निकालते रहे। प्राइवेट अस्पताल के मालिकों ने आयुष्मान योजना को अलादीन का चिराग समझ लिया और जब जहां चाहा वहां घिस दिया। इस बड़े घोटाले का खुलासा राज्य सरकार से आयी ऑडिट टीम की जांच में सामने आया है। जिसके बाद तीन अस्पतालों को नोटिस जारी कर आयुष्मान आईडी ब्लाक कर दी गयी है।

कानपुर देहात का राजावत सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, इनोवा ग्रेस अस्पताल और तीसरा ईशा हॉस्पिटल ये वही तीन अस्पताल हैं, जो गरीबो का हक लूट रहे थे। ये तीनों हॉस्पिटल गरीबों के हक पर डाका डाल रहे थे। ऐसा हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि ऐसा कहना है राज्य सरकार से भेजी गयी आयुष्मान योजना की जांच करने आयी टीम का। इन तीनों अस्पतालों ने पीएम मोदी की महत्वकांक्षी योजना आयुष्मान कार्ड योजना का दुरुपयोग किया है।

इन तीनों अस्पतालों ने आईसीयू में दर्जनभर से ज्यादा आयुष्मान कार्ड के मरीज भर्ती दिखाए हैं। जबकि हकीकत में किसी अस्पताल में आयुष्मान कार्ड के दो मरीज और किसी अस्पताल में आयुष्मान कार्ड के तीन मरीज भर्ती मिले हैं। इतना ही नहीं कागजो में फर्जीवाड़ा कर दवा से लेकर जांचो तक लाखों रुपए की बिलिंग दिखाकर आयुष्मान योजना की आईडी से पैसा निकाल लिया गया है।

यह सिलसिला काफी समय से चल रहा था अस्पताल मालिक फर्जीवाड़े की बुनियाद पर अपना-अपना हवामहल तैयार कर रहे थे। इस दरमियान अचानक राज्य की आयुष्मान ऑडिट टीम ने जांच की तो प्राइवेट अस्पतालों का फर्जीवाड़ा सामने आया। जिसके बाद राजावत हॉस्पिटल, इनोवा ग्रेस हॉस्पिटल और ईशा हॉस्पिटल आयुष्मान आईडी ब्लॉक कर दी गई। अब ये तीनों हॉस्पिटल आयुष्मान कार्ड धारकों का इलाज नहीं कर पाएंगे। इन अस्पतालों के खिलाफ नोटिस जारी करने के साथ ही स्पष्टीकरण भी तलब किया गया है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी कानपुर देहात एके सिंह ने बताया कि कार्यालय में जो सूचना है कि आयुष्मान भारत योजना कार्ड से इलाज करने की जो सुविधा जनता को दी गई है। इसमें कानपुर देहात में काफी प्राइवेट हॉस्पिटल भी इनपैनेल्ड हैं। उन्होंने बताया कि उन हॉस्पिटलों में से तीन जो राजावत हॉस्पिटल है, इनोवा ग्रेस हॉस्पिटल है और ईशा हॉस्पिटल है। इन तीनों हॉस्पिटलों का स्टेड ऑडिट कमिटी है, उन्होंने ऑडित की थी, जांच की थी। उन्होंने कहा कि टीम को इन हॉस्पिटलों के इलाज में और इलाज के पैकेज ब्लॉक करने में कुछ गड़बड़ी मिली थी। जिसके आधार पर इनके संबद्धता है उसको निलंबित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि इन तीनों हॉस्पिटल को इलाज करने से मना कर दिया गया है।

उन्होंने कहा कि इन तीनों हॉस्पिटल्स को सूचित कर दिया गया है कि स्टेट ऑफिस से कोई सूचना या आदेश नहीं मिलता है तब तक आयुष्मान योजना के तहत इलाज न करें। उन्होंने कहा कि इन तीनों हॉस्पिटल्स में आयुष्मान योजना के तहत इलाज बंद कर दिया गया है।

कानपुर देहात से संवाददाता विपिन कोली की रिपोर्ट।

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