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Muzaffarnagar : भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर ने शुकतीर्थ संत आश्रम में जताया रोष, 10 अगस्त को सत्संग-भंडारे का ऐलान

Muzaffarnagar : भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर ने शुकतीर्थ आश्रम में संतों से आशीर्वाद लिया और मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के दौरान अनुयायियों को हुई असुविधा पर रोष जताया। उन्होंने कमजोर वर्ग के खिलाफ फर्जी मुकदमों का आरोप लगाया और 10 अगस्त को सत्संग-भंडारे के आयोजन का ऐलान किया। प्रशासन ने सुरक्षा कड़ी कर माहौल नियंत्रण में रखा।

By: Desk Team  RNI News Network
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Muzaffarnagar : भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर ने शुकतीर्थ संत आश्रम में जताया रोष, 10 अगस्त को सत्संग-भंडारे का ऐलान

कौशांबी के पौराणिक तीर्थ नगरी शुकतीर्थ स्थित संत शिरोमणि सतगुरु रविदास सतगुरु समनदास आश्रम में भीम आर्मी के संस्थापक एवं नगीना लोकसभा सांसद चंद्रशेखर रावण ने पहुंचकर संतों का आशीर्वाद लिया। उन्होंने मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के दौरान अनुयायियों को हुई असुविधा तथा समाज के संतों को उचित सम्मान न मिलने पर गंभीर रोष व्यक्त किया। साथ ही उन्होंने शासन-प्रशासन पर कमजोर वर्ग के खिलाफ फर्जी मुकदमे दर्ज करने के आरोप लगाए।

चंद्रशेखर ने कहा कि कौशांबी में हुई घटनाओं के बाद कमजोर वर्ग के लोगों पर झूठे मामले बनाए जा रहे हैं, जबकि हिंसा की जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की है। उन्होंने बताया कि उन्हें साजिश के तहत कोशांबी जाने से रोका गया। इसके विरोध स्वरूप शुकतीर्थ में उन्होंने संतों के साथ मिलकर आगामी 10 अगस्त को सत्संग और 11 अगस्त को भंडारे के आयोजन की रूपरेखा तैयार की।

इस दौरान 16 सदस्यीय संत प्रतिनिधिमंडल ने आश्रम के प्रबंधक महात्मा गोवर्धनदास से मुलाकात कर कार्यक्रम की तैयारियों पर चर्चा की। प्रतिनिधिमंडल में आचार्य कंवरपाल ब्रह्मचारी महाराज, सतपालदास महाराज, गुलाबदास महाराज, मानदास महाराज सहित कई प्रमुख संत मौजूद रहे। संतों ने कहा कि 10-11 जून को मुख्यमंत्री के आगमन के समय अनुयायियों को आश्रम के द्वार बंद कर के गुरू बंदगी करने से रोका गया और समाज के संतों को मंच पर जगह नहीं मिली, जिससे उन्हें गहरा आघात पहुंचा।

सतगुरु समनदास महाराज की पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित सत्संग-भंडारे की तैयारियों को लेकर प्रबंधक महात्मा गोवर्धनदास ने बताया कि इस कार्यक्रम के बाद आगे की रणनीति बनाई जाएगी। इस मौके पर प्रशासन के आला अधिकारी जैसे एडीएम वित्त गजेन्द्र सिंह, एसडीएम जानसठ जयेन्द्र सिंह, सीओ भोपा डॉ. रविशंकर मिश्र, नायब तहसीलदार विपिन कुमार और प्रभारी निरीक्षक ओमप्रकाश सिंह भी मौजूद रहे।

कार्यक्रम के दौरान प्रशासन ने शुकतीर्थ क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करते हुए भारी पुलिस बल तैनात किया। मोरना एवं भोकरहेडी के मुख्य चौराहों पर बैरिकेटिंग लगाकर वाहनों की आवाजाही नियंत्रित की गई और हर गतिविधि पर पुलिस की पैनी नजर रही।

जब पत्रकार ने कौशांबी के उपद्रव मामले पर मुख्यमंत्री की बातों को लेकर चंद्रशेखर से सवाल किया कि क्या उन्होंने दंगाइयों से पूरा खर्च वसूलने की बात कही है, तो चंद्रशेखर ने कड़े शब्दों में जवाब दिया। उन्होंने कहा, “आप सोच समझ कर बात करें, इतनी टीआरपी न बढ़ाएं। अगर मेरे खिलाफ कोई सबूत है तो दिखाएं, वरना मैं आपके खिलाफ भी मुकदमा दर्ज करवा दूंगा।” उनकी यह प्रतिक्रिया चर्चा का विषय बनी।

इस पूरे घटनाक्रम से शुकतीर्थ में तनाव की स्थिति बनी हुई है और आगामी सत्संग-भंडारे के दौरान सामाजिक सद्भाव और सम्मान के मुद्दे पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर का यह कदम कमजोर वर्ग के अधिकारों और सम्मान की लड़ाई के रूप में देखा जा रहा है।

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