उत्तर प्रदेश के बलिया जनपद में अवैध खनन माफियाओं का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। सोहांव ब्लॉक अंतर्गत बेलसी पार गांव में गंगा नदी के किनारे लंबे समय से अवैध खनन का गोरखधंधा बेधड़क जारी है। ताजा घटना में इन माफियाओं की दबंगई की सारी सीमाएं पार कर दी गईं जब बालू के भुगतान के लिए पहुंचे एक युवक को बुरी तरह पीटा गया और उससे जबरन अधिक धन की मांग की गई। युवक ने बताया कि वह 10 हजार रुपये लेकर गया था, लेकिन माफिया द्वारा जबरन 15 हजार रुपये की मांग की गई। जब उसने विरोध किया, तो उसके साथ मारपीट की गई, जेब से नकदी और गले की चेन तक छीन ली गई।
यह घटना नरही थाना क्षेत्र के बेलसी पार गांव की है, जो अब अवैध खनन माफियाओं का गढ़ बन चुका है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इन माफियाओं को प्रशासन या पुलिस का कोई भय नहीं है, जिसके चलते वे खुलेआम गंगा नदी से बालू निकाल रहे हैं और इलाके में रंगदारी वसूल रहे हैं। कुछ दिन पहले भी इन्हीं माफियाओं ने एक पत्रकार पर हमला कर दिया था, उसके कैमरे को तोड़ दिया गया और नकदी भी छीन ली गई थी। यह दर्शाता है कि इन अपराधियों के हौसले कितने बुलंद हो चुके हैं और कानून व्यवस्था पूरी तरह बेबस नजर आ रही है।
स्थानीय निवासियों के मुताबिक, बेलसी पार और आस-पास के क्षेत्रों में अवैध खनन दिन-रात चलता रहता है। ट्रैक्टर और डंपरों के जरिए यह बालू शहरों तक भेजा जाता है और मोटे मुनाफे में बेचा जाता है। ग्रामीणों का आरोप है कि इस अवैध धंधे में खनन विभाग और पुलिस की मिलीभगत भी है, जो इन माफियाओं को संरक्षण दे रही है।
मामले को लेकर अब स्थानीय लोगों में रोष व्याप्त है। लोग मांग कर रहे हैं कि इन माफियाओं के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए और बेलसी पार क्षेत्र में प्रशासनिक सख्ती दिखाई जाए। साथ ही जो लोग पीड़ित हुए हैं, उन्हें न्याय मिलना चाहिए और दोषियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाना चाहिए। यह न केवल कानून व्यवस्था की मजबूती का संकेत देगा, बल्कि अवैध खनन और रंगदारी की प्रवृत्ति पर भी अंकुश लगेगा।
अब देखना यह है कि प्रशासन इस मामले में कब जागता है और क्या कार्रवाई करता है। जब तक ठोस कदम नहीं उठाए जाएंगे, तब तक क्षेत्र के लोग भय और अन्याय के माहौल में जीने को मजबूर रहेंगे।