उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अयोध्या जनपद के मसौदा विकासखंड स्थित कंपोजिट विद्यालय एवं आंगनबाड़ी केंद्र, अमौना का सोमवार को निरीक्षण और भ्रमण किया। राज्यपाल ने विद्यालय और आंगनबाड़ी केंद्र में शिक्षा, पोषण और आधारभूत सुविधाओं की बारीकी से समीक्षा की।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने सबसे पहले विद्यालय में चल रही मिड-डे मील योजना की व्यवस्था देखी और रसोई में खुद जाकर वहां का भोजन चखा, ताकि उसकी गुणवत्ता का सटीक मूल्यांकन कर सकें। उन्होंने भोजन तैयार कर रहीं महिलाओं से भी संवाद किया और उन्हें साफ-सफाई व पौष्टिकता के प्रति जागरूक रहने को कहा। राज्यपाल ने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और रसोइयों से बच्चों की पोषण संबंधी आवश्यकताओं, नियमित स्वास्थ्य जांच और भोजन आपूर्ति के बारे में जानकारी ली।
राज्यपाल पटेल ने स्कूल में लगे डिजिटल स्मार्ट क्लासरूम का अवलोकन किया और शिक्षकों से इसके उपयोग की प्रक्रिया पर चर्चा की। उन्होंने विद्यार्थियों से सीधा संवाद स्थापित कर उनकी पढ़ाई की स्थिति और समझ को परखा। बच्चों ने राज्यपाल के सामने कविता, गीत और गिनती सुनाकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया, जिस पर राज्यपाल ने उनकी सराहना की और बच्चों को अपने हाथों से फल एवं चॉकलेट वितरित कर उनका उत्साहवर्धन भी किया।
राज्यपाल ने कक्षाओं का निरीक्षण करते हुए विद्यार्थियों से पाठ्य-पुस्तकों का पठन-पाठन भी कराया और शिक्षकों को निर्देश दिया कि बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए स्कूल में प्रतिदिन प्रार्थना, योग, खेलकूद, नैतिक शिक्षा तथा महापुरुषों के जीवन से जुड़े प्रेरक प्रसंगों की जानकारी दी जाए। उन्होंने कहा कि इससे बच्चों में अनुशासन, आत्मविश्वास और चरित्र निर्माण के गुण विकसित होंगे।
उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्र में मौजूद बच्चों से आत्मीय संवाद किया और केंद्र की व्यवस्थाओं को और सुदृढ़ करने के सुझाव दिए। राज्यपाल ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां बच्चों के पोषण, स्वच्छता और प्रारंभिक शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर कार्य कर रही हैं, लेकिन इस व्यवस्था को और मजबूत करना होगा ताकि बालक-बालिकाओं का प्रारंभिक विकास सुचारू रूप से हो सके।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने यह भी स्पष्ट किया कि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण भोजन के साथ-साथ संस्कार और नैतिक शिक्षा देना उतना ही जरूरी है, जिससे वे जिम्मेदार नागरिक बन सकें। उन्होंने अधिकारियों और विद्यालय प्रबंधन से समन्वय बनाकर योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन पर जोर दिया।इस दौरान कई स्थानीय अधिकारी, विद्यालय के शिक्षक, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां और अभिभावक भी उपस्थित रहे। राज्यपाल का यह दौरा बच्चों, शिक्षकों और अभिभावकों में उत्साह का कारण बना, साथ ही प्रदेश में शिक्षा और पोषण की योजनाओं के प्रति विश्वास को भी मजबूत किया।