यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) के आज दिनांक 24 जून 2025 मंगलवार को मथुरा में अपने क्षेत्रीय कार्यालय का विधिवत शुभारंभ किया | इस कार्यालय की स्थापना गीता शोध संस्थान, वृंदावन में की गई है, जिसका उद्देश्य मथुरा क्षेत्र में प्रस्तावित हेरिटेज सिटी परियोजना, अर्बन नोड के अंतर्गत विकास कार्यों को गति प्रदान करना और भूमि अधिग्रहण संबंधी प्रक्रियाओं को सुगम बनाना है।
इस अवसर पर मथुरा के प्रमुख धर्माचार्यों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत भगवान श्री बांके बिहारी जी के चित्र पर माल्यार्पण और आशीर्वाद प्राप्त कर की गई। शुभारंभ समारोह के दौरान सभा कक्ष में हेरिटेज सिटी की रूपरेखा और इसकी विशेषताओं पर एक प्रभावशाली प्रस्तुतिकरण प्राधिकरण के नियोजन विभाग और कंसल्टेंसी संस्था सीबीआरई द्वारा दिया गया, जिसमें परियोजना के दृष्टिकोण, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व, आधारभूत संरचनाओं और संभावित निवेश अवसरों की जानकारी साझा की गई।
कार्यक्रम की विशेष प्रस्तुति में गीता शोध संस्थान की बालिकाओं द्वारा श्रीकृष्ण लीला पर आधारित एक सुंदर नृत्य-नाटिका प्रस्तुत की गई, जिसने सभी उपस्थित जनों को भाव-विभोर कर दिया। मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. अरुण वीर सिंह ने इस प्रस्तुति की सराहना करते हुए संस्था को सांस्कृतिक गतिविधियों और नृत्य कला के संवर्धन हेतु प्राधिकरण की ओर से पाँच लाख रुपये की धनराशि प्रदान करने की घोषणा की।
कार्यालय की स्थापना में नगेन्द्र प्रताप, अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी की महत्वपूर्ण भूमिका रही, जिनके प्रयासों से यह कार्य सफलतापूर्वक संपन्न हो सका। शुभारंभ समारोह में डॉ. अरुण वीर सिंह के साथ-साथ नगेन्द्र प्रताप, कपिल सिंह (अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी), शैलेंद्र भाटिया (विशेष कार्याधिकारी), राजेन्द्र भाटी (महाप्रबंधक परियोजना), आनंद मोहन सिंह (निदेशक, हॉर्टिकल्चर), नंदकिशोर सुंदरियाल (स्टाफ ऑफिसर), वीरेंद्र सिंह (डीजीएम),राजबीर सिंह, मनोज धारीवाल और सुभाष चंद्र सहित कई अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।
यह कार्यालय भविष्य में मथुरा-वृंदावन क्षेत्र के विकास और सांस्कृतिक संरक्षण की दिशा में एक सशक्त कदम साबित होगा। प्राधिकरण ने यह स्पष्ट किया कि इस क्षेत्र को न केवल एक पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा, बल्कि इसे आर्थिक, सांस्कृतिक और सामाजिक समृद्धि की दिशा में भी अग्रसर किया जाएगा। इस कार्यालय के माध्यम से योजनाओं की निगरानी, क्रियान्वयन और जनसंपर्क में पारदर्शिता और गति लाने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान होगा।