उत्तर प्रदेश के जालौन में हाल ही में एक निर्माणाधीन पानी की टंकी भरभराकर गिर गई, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया। इस घटना के बाद समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि पुल भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया…उत्तर प्रदेश सरकार “भ्रष्टाचार की सिल्वर जुबली मना रही है “, और इस पानी की टंकी गिरना उसी का परिणाम है।
अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार जनता के टैक्स का पैसा पानी की तरह बहा रही है, लेकिन उसके विपरीत लोगों को गुणवत्ता और जवाबदेही शून्य में मिल रही है। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर करोड़ों रुपये की लागत से बनी यह टंकी कुछ ही समय में कैसे गिर गई? जाहिर सी बात है निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का उपयोग किया गया होगा और इसके लिए पूरी तरह से जिम्मेदार प्रसाशन के अधिकारी,इंजीनियर और ठेकेदार है…
ऐसी घटनाएं यह दर्शाती हैं कि योगी सरकार की निगरानी प्रणाली पूरी तरह से विफल हो चुकी है। विकास के नाम पर सिर्फ राज्य सरकार दिखावा कर कर रही है और भ्रष्टाचार अपने चरम पर है।
‘यूपी की बात’ पर खबर दिखाये जाने के बाद स्थानीय प्रशासन हरकत में आया और जांच के आदेश दिए गए हैं।