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Lucknow : बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह और एपीसी दीपक कुमार की प्रेस कॉन्फ्रेंस: शिक्षा में परिवर्तन की नई पटकथा

Lucknow : बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह और एपीसी दीपक कुमार ने प्रेस वार्ता में बताया कि यूपी में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत शिक्षा व्यवस्था में व्यापक सुधार किए जा रहे हैं। 50 से कम छात्रों वाले स्कूलों की पेयरिंग की जा रही है, लेकिन कोई विद्यालय बंद नहीं होगा और शिक्षकों का एक भी पद समाप्त नहीं किया जाएगा। खाली भवनों में प्री-प्राइमरी और बाल वाटिका जैसी गतिविधियां शुरू की जाएंगी।

By: Desk Team  RNI News Network
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Lucknow : बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह और एपीसी दीपक कुमार की प्रेस कॉन्फ्रेंस: शिक्षा में परिवर्तन की नई पटकथा

लखनऊ में आयोजित एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस में बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह और अपर मुख्य सचिव (बेसिक शिक्षा) दीपक कुमार ने उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) के पांच वर्ष पूरे होने पर की जा रही प्रगति और नवाचारों को लेकर महत्वपूर्ण बातें साझा कीं। दोनों अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार शिक्षा को प्राथमिकता के साथ आगे बढ़ा रही है और बच्चों के भविष्य को संवारने के लिए सभी जरूरी कदम उठा रही है।दीपक कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू हुए पांच साल हो चुके हैं और उत्तर प्रदेश कई मानकों पर देशभर में बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में शिक्षा नीति के अनुपालन में व्यापक स्तर पर काम किया गया है, जिससे सकारात्मक बदलाव सामने आ रहे हैं।

संदीप सिंह ने दिए शिक्षा व्यवस्था में बदलाव के संकेत

बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने बताया कि पिछले आठ वर्षों में राज्य की शिक्षा व्यवस्था में जमीन-आसमान का फर्क आया है। उन्होंने बताया कि “ऑपरेशन कार्य” के तहत प्रदेश के बेसिक विद्यालयों में विशेष सुधार किए गए हैं। राज्य में अब तक 27 लाख 53 हजार बच्चों का नामांकन किया जा चुका है, जो शिक्षा में जनसहभागिता और विश्वास का प्रतीक है।

विद्यालय पेयरिंग: शिक्षा सुधार का नया कदम

संदीप सिंह ने बताया कि विद्यालयों की पेयरिंग को लेकर बीते कई महीनों से गहन समीक्षा और चर्चाएं चल रही थीं। पेयरिंग का उद्देश्य शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाना है, न कि स्कूलों को बंद करना। उन्होंने स्पष्ट किया कि पेयरिंग की प्रक्रिया केवल उन्हीं विद्यालयों में लागू की जा रही है जहां 50 से कम छात्र हैं और शिक्षक-अनुपात संतुलन में नहीं है।

उन्होंने कहा कि पेयरिंग में एक किलोमीटर से अधिक दूरी वाले स्कूलों को शामिल नहीं किया जाएगा, ताकि बच्चों और अभिभावकों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। इसके अलावा, कोई भी विद्यालय पूरी तरह से बंद नहीं किया जाएगा, और जो भवन खाली होंगे, वहां प्री-प्राइमरी और बाल वाटिका की गतिविधियां चलाई जाएंगी।

शिक्षकों के पद नहीं होंगे समाप्त

प्रेस वार्ता में सबसे स्पष्ट संदेश यह दिया गया कि विद्यालय पेयरिंग के चलते किसी भी शिक्षक का पद समाप्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 20000 शिक्षकों का समायोजन उनकी सहमति से किया गया है और किसी पर भी जबरदस्ती नहीं की गई है। महिला शिक्षामित्रों को उनके निकटतम स्थानों पर तैनात किया गया है, जिससे उन्हें सुविधा हो सके।

विरोधियों पर निशाना

संदीप सिंह ने विपक्ष पर तीखा हमला करते हुए कहा कि पिछली सरकारों ने शिक्षा व्यवस्था को “स्ट्रेचर” पर ला दिया था। उन्होंने दावा किया कि वर्तमान सरकार पारदर्शिता, समर्पण और दूरदर्शिता के साथ कार्य कर रही है और शिक्षा को मजबूती देने के लिए कोई भी समझौता नहीं करेगी।

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