बुंदेलखंड विश्वविद्यालय, झाँसी का 30वाँ दीक्षांत समारोह राज्यपाल एवं विश्वविद्यालयों की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर कुल 35,009 उपाधियाँ वितरित की गईं, जिनमें 20,419 छात्राओं और 14,590 छात्रों को दी गईं। साथ ही 79 पदक प्रदान किए गए, जिनमें 58 छात्राओं और 21 छात्रों को मिले। राज्यपाल ने जनपद झाँसी और महोबा के लिए आंगनबाड़ी किटें वितरण कीं तथा विद्यालयों के लिए पुस्तकें भेंट कीं।
राज्यपाल ने विद्यार्थियों को अनुशासन, पढ़ाई में निष्ठा और शोध कार्य के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने न्यूनतम 75 प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य करने का सुझाव दिया और शिक्षकों की समय पर कक्षाओं में उपस्थिति सुनिश्चित करने पर बल दिया। शोध कार्य को केवल फाइलों तक सीमित न रखकर समाज और जनता के हित में उपयोग करने की आवश्यकता बताई। छात्रों को अनुभवजन्य शिक्षा और प्रेरक व्यक्तित्वों से जोड़ने, जैसे अंतरिक्ष यात्रा कर चुके ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला का उदाहरण, भी दिया।
उन्होंने उत्तर प्रदेश में डिफेंस केंद्रों और इसरो परियोजनाओं का उल्लेख करते हुए विद्यार्थियों के रोजगार अवसरों और स्पेस टेक्नोलॉजी में भारत की वैश्विक पहचान पर प्रकाश डाला। डिजिलॉकर प्रणाली के माध्यम से डिग्री और मार्कशीट प्राप्त करने की आवश्यकता पर जोर दिया। राज्यपाल ने भारतीय परंपरा और सांस्कृतिक शिक्षा, जैसे गणेश चतुर्थी और महाभारत में शिक्षा के उदाहरणों, के माध्यम से विद्यार्थियों को नैतिक और सामाजिक मूल्यों से जोड़ने की बात कही।
राज्यपाल ने दहेज, मद्यपान और भीख माँगने जैसी सामाजिक बुराइयों के विरुद्ध विद्यार्थियों और विश्वविद्यालयों को अभियान चलाने की प्रेरणा दी। उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्रों, विद्यालयों, स्वास्थ्य केंद्रों और अन्य संस्थानों की सुविधाओं को सुनिश्चित करने तथा नियमित निरीक्षण करने पर बल दिया।
इस अवसर पर विभिन्न भवनों, कक्षाओं, स्टेडियम, प्रयोगशालाओं और आवासीय परिसरों के लोकार्पण और शिलान्यास किए गए। शिक्षक सम्मान, पुस्तकों का विमोचन और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। उन्नत भारत अभियान के अंतर्गत गोद लिए गए गांवों के विद्यालयों में हुई प्रतियोगिताओं में विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए गए। सभी उपाधियाँ और अंकपत्र डिजीलॉकर में अपलोड किए गए।
मुख्य अतिथि डॉ. चंद्रिका कौशिक, राज्य मंत्री (उच्च शिक्षा) रजनी तिवारी और विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. मुकेश पांडेय ने विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। समारोह में जिलाधिकारी झांसी, विश्वविद्यालय के संकायाध्यक्ष, शिक्षकगण, विद्यार्थी, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियाँ और अन्य आमंत्रित अतिथिगण उपस्थित रहे।