उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए जिला प्रशासन और सरकार की संयुक्त पहल के तहत रविवार को बलिया टाउन हॉल में विशेष राहत वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर राज्य के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह और जिलाधिकारी मंगला प्रसाद ने स्वयं उपस्थित होकर 200 बाढ़ पीड़ित परिवारों को राहत सामग्री वितरित की।
मंत्री दयाशंकर सिंह ने बताया कि गंगा और घाघरा नदियों के जलस्तर में वृद्धि के कारण बलिया जिले के लगभग 154 गांव बाढ़ की चपेट में आए हैं। इनमें नगर पालिका के पांच वार्ड और सदर विधानसभा क्षेत्र के कई गांव शामिल हैं। इन इलाकों में रहने वाले प्रभावित परिवारों को प्रशासन द्वारा लगातार राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है।
राहत सामग्री वितरण के दौरान मंत्री ने कहा, “हमारा प्रयास है कि बाढ़ पीड़ित परिवारों को समय रहते सहायता मिले। इस बार प्रशासन ने समय पर कार्रवाई करते हुए बाढ़ राहत सामग्री पहुंचाई है, ताकि किसी को भी कठिनाई का सामना न करना पड़े।” उन्होंने यह भी बताया कि अब तक बलिया में 21,700 बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत सामग्री प्रदान की जा चुकी है।
कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी मंगला प्रसाद ने भी बाढ़ प्रभावित इलाकों का हाल साझा किया। उन्होंने कहा कि बाढ़ का पानी धीरे-धीरे घट रहा है, लेकिन प्रशासन ने पूरी तरह से तैयारियां कर ली हैं ताकि पानी उतरने के बाद भी लोगों को किसी प्रकार की परेशानी न हो। इसके लिए दवा की आपूर्ति, पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था और स्वच्छता संबंधी कार्य जारी हैं।
मंत्री ने राहत सामग्री में शामिल वस्तुओं का भी उल्लेख किया। एक किट में 26 प्रकार की जरूरी वस्तुएं रखी गई हैं, जो एक परिवार के लिए लगभग एक सप्ताह तक पर्याप्त होंगी। इनमें खाद्यान्न, दाल, तेल, नमक, मसाले, पीने का पानी, मोमबत्ती, माचिस, बिस्किट, दवा, और अन्य आवश्यक सामान शामिल हैं।
बाढ़ पीड़ितों ने राहत सामग्री प्राप्त कर संतोष और आभार व्यक्त किया। कई लोगों ने बताया कि इस बार प्रशासन ने समय रहते मदद पहुंचाकर एक नई मिसाल कायम की है।
बलिया में आयोजित यह कार्यक्रम न केवल राहत सामग्री वितरण का अवसर था, बल्कि यह प्रशासन और जनता के बीच भरोसे और सहयोग की एक मजबूत कड़ी भी साबित हुआ। समय पर की गई कार्रवाई ने यह दर्शा दिया कि आपदा के समय सरकार और प्रशासन मिलकर जनता के साथ खड़े हैं।