उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने औरैया दौरे के दौरान बाढ़ की गंभीर स्थिति पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने बताया कि बीते 10-12 दिनों में भारी वर्षा के कारण यमुना और उसकी सहायक नदियों में जलस्तर काफी बढ़ गया है। औरैया जिले में जलस्तर खतरे के निशान 113 मीटर को पार कर 117 मीटर तक पहुंच चुका है। राज्य में 21 जिले बाढ़ की चपेट में हैं। बाढ़ राहत एवं बचाव कार्यों को प्रभावी ढंग से चलाने के लिए सरकार ने NDRF (16 टीमें), SDRF (18 टीमें) और PAC की विशेष यूनिट्स को प्रभावित क्षेत्रों में तैनात किया है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि सभी प्रभारी मंत्रियों को अपने जिलों में कैंप करने और राहत कार्यों की निगरानी करने के निर्देश दिए गए हैं। जिन लोगों को घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर शरण लेनी पड़ी है, उनके लिए शरणागत शिविरों में भोजन, दवा और पेयजल जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। वहीं, जो लोग अपने गांवों में रह रहे हैं, उनके लिए नावों की व्यवस्था के साथ-साथ अन्य आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि जिन परिवारों को जनहानि का सामना करना पड़ा है, उन्हें आपदा राहत निधि से ₹4 लाख की आर्थिक सहायता दी जाएगी। जिनके मकान पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं, उन्हें मुख्यमंत्री आवास योजना के अंतर्गत नया आवास प्रदान किया जाएगा। सरकार ने सभी जरूरी कदम उठाते हुए राहत कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है।